HP Shimla District GK in Hindi | शिमला जिले का सामान्य ज्ञान

हिमाचल प्रदेश में होने वाली परीक्षाओं में अक्सर देखने में आया है की सामान्य ज्ञान भाग में कहीं न कहीं हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले सामान्य ज्ञान के बारे में अक्सर कोई न कोई सवाल पूछा जाता है। G K पुस्तक के इस खंड में हम शिमला जिले के सामान्य ज्ञान (Shimla District Gk) की पूरी जानकारी देंगे ताकि आपको अगर शिमला जिले का कोई भी सवाल किसी भी में पूछा जाये तो आपउसे आसानी से हल कर सकें। 

Shimla District General Knowledge in Hindi :

शिमला जिले का परिचय:

शिमला जिला भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य की एक पहाड़ी की राजधानी है। शिमला ज़िला अक्षांश 77-0 “और 78 -19” पूर्व तथा 30-45 “और उतरी द्क्षांश 31-44” में स्थित है। इस जिले के उतर में हिमाचल प्रदेश के मंडी और कुल्लू , दक्षिण में भारत का उत्तरांचल राज्य ,पूर्व में हिमाचल का किनौर जिला और पश्चिम में सिरमौर जिला है।

शिमला जिले की ऊंचाई समुद्र तल से 300 से 6000 मीटर तक है। जिला की प्रमुख चोटियों जाखू (शिमला शहर में ),सियाह चैल के नज़दीक ,चूड़धार (चौपाल तह सील), चांसल(रोहडू तह सील), हाटू (कुम्हारसेन तह सील) तथा शाली (उपत्यका सुन्नी तहसील) शामिल है। हिमाचल प्रदेश का शिमला जिला अपने वर्तमान रूप में राज्य के जिलों के पुनर्गठन पर 1 सितंबर, 1972 से अस्तित्व में आया।

शिमला जिले का इतिहास:

हिमाचल प्रदेश के शिमला का इतिहास 12 वीं शताब्दी के शुरू से माना जा सकता है। 12 वीं शताब्दी में एंग्लो-गोरखा युद्ध हुआ था ! 1804 ई में काँगड़ा का युद्ध हुआ जो की शिमला से 60 मील दूर काँगड़ा के एक किले में लडा गया था। ये सिखों और गोरखाओं के बीच में हुआ और इस युद्ध में गोरखा की हार सिखों द्वारा हुई। इस युद्ध में गोरखा का हजारों की संख्या में जानी नुक्सान हुआ और कुछ का बीमारी की वजह से मोत हो गई। इस किले से आगे बढ़ते हुए उन्होंने कई रियासतों और शिमला के आस पास की पहाड़ियों को तहस नहस करना और नुक्सान करना शुरू कर दिया !

गोरखाओ ने शिमला के आस पास कई किले बनाये उन्होंने जगातगढ़ किला था जिसे आज के समय जतोग के नाम से जाना जाता है। यहां पर इस वक्त हिमाचल प्रदेश की सैन्य छावनी भी है । 1808 तक गोरखा आक्रमणकारियों ने जमुना और सतलुज के बीच सभी किलों पर विजय प्राप्त की, और अपनी राजधानी अर्की को बनाया और वहाँ से सभी पड़ोसी पहाड़ी राज्यों पर क्रूर शासन करना शुरू किया। वहां के लोगों ने अपनी अति दुखी स्थिति में अंग्रेज हुकूमत से मदद की गुहार लगाई।

मेजर जनरल सर डेविड ओक्टेरलोनी की अगुवाई में एक छोटी अंग्रेज सेना पहाड़ी राज्यों को गोरखाओं से मुक्त करने के लिए भेजी गयी। अधिकांश पहाड़ी शासकों ने इस पर प्रतिक्रिया की और ब्रिटिश बलों में शामिल हो गए। नालागढ़ में 3750 फीट पर स्थित रामगढ़ किले में प्रतिद्वंद्वियों के बीच सबसे मुश्किल लड़ाई लड़ी गई ।

मलाओं के किले के नजदीक एक निर्णायक जंग लड़ी गई जिसमे अंग्रेजों की ताकतवर बंदूकों ने दुश्मन पर कब्ज़ा कर लिया। 15 मई 1815 को मलाओं की लड़ाई ने गोरखाओं का जमीन के इस हिस्से पर शासन करने का सपना समाप्त कर दिया। कुछ दिनों के बाद, एक आधिकारिक घोषणा की गई जिसके अनुसार सभी सरदारों ब्रिटिश संरक्षा के तहत अपनी भूमि के साथ गोरखाओं को निकालने में ब्रिटिशों में शामिल हो गए थे।

पटियाला के महाराजा जिन्होंने अंग्रेजों को अमूल्य सेवाएं भी प्रदान की हैं उन्हें क्षेत्र के पड़ोस में अब शिमला के साथ पुरस्कृत किया गया। गोरखाओं की हार के बाद उन्हें संजौली की संधि पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया। कंपनी ने सबाथू, कोटगढ़, रामगढ़ और सैंडोक के रणनीतिक किलों को बरकरार रखा।इस वक्त हिमाचल प्रदेश के प्रमुख पहाड़ी राज्य हैं बेलसन, बुश हर, भाजी और कोटि, धारर्कोटी, थारोच और धाबी, कुम्हारसेन, खानती और देथ, धामी, जुब्बल, केथल, राईगढ़, दर्ह, संगरी शामिल हैं।

कश्मीर के बाद पश्चिमी हिमालय के पहाड़ी राज्यों में बुश हर रियासत सबसे पुरानी रियासत थी। कहा जाता है की महाभारत काल में भगवान कृष्ण के बेटे प्रदुमन ने इस राज्य की स्थापना की थी। कहा जाता है की यहां पर बाणासुर और प्रदुमन के बीच लड़ाई हुई थी। और इस युद्ध मैं बाना सुर की हार हुई थी। 1412 ई० में बुश हर की स्थापना एक प्रवासी राजपूत दांबर सिंह द्वारा की गयी थी। सन 1914 में अंग्रेजों ने पदम् सिंह को वैध वारिस के रूप में मान्यता दे दी। अंत में लम्बी आजादी की लड़ाई के बाद शिमला हिमाचल प्रदेश का हिस्सा बन गया।

 कैसे पड़ा शिमला का नाम शिमला:

शिमला का नामकरण श्यामला देवी के नाम पर हुआ है जो भगवती काली का दूसरा नाम है | शिमला के आस पास की छोटी बड़ी 28 रियासतों को मिला कर 1816 ई० में शिमला जिले का गठन किया गया | लेफ्टिनेंट रोज़ ने 1819 ई० में शिमला की खोज की और यहा लकड़ी का मकान बनवाया 1822 ई० में चार्ल्स पेट केनेडी ने शिमला में पका मकान बनवाया जो कनेडी हाउस के नाम से प्रसिद्ध हुआ शिमला आने वाले पहले गवर्नर लार्ड एमकार्ट थे 1827 ई० लार्ड केनिंग 1860 ई० शिमला आने वाले पहले वायसराय थे।

शिमला का भूगोल :

भौगोलिक स्थिति : शिमला जिला हिमाचल प्रदेश, भारत के पूर्वी भाग में स्थित है। इसके भूगोलिक निर्देशांक लगभग 30° 45' से 31° 44' उत्तरी अक्षांश और 77° 0' से 78° 19' पूर्वी देशांतर को फैलते हैं। यह पिक्चरेस्क जिला विभिन्न पड़ोसी क्षेत्रों से घिरा हुआ है। इसके पूर्व में किन्नौर और उत्तराखंड हैं, जबकि दक्षिण में आप सिरमौर पाएंगे। दक्षिण पूर्व में, यह अपनी सीमा साझा करता है उत्तराखंड के साथ, उत्तर में यह कुल्लू और मंडी के साथ मिलता है, और पश्चिम में, यह सोलन जिले से मिलता है।

इस जिले का लोकप्रियता मनमोहक प्राकृतिक सौंदर्य के लिए है, जैसे कि हिमालय की पर्वतमाला, घने वन्य जीवन और आकर्षक घाटियों के साथ। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला भी इस जिले में बसी है और यहां के ब्रिटिश कला और दृश्यमण्य परिदृश्य के लिए प्रसिद्ध पर्यटन स्थल के रूप में जानी जाती है। क्षेत्र की विविध भूगोल और जलवायु स्थितियां इसे राज्य का अद्वितीय और आकर्षक हिस्सा बनाती हैं, जो दूर-दूर से आने वाले दर्शनीय और प्राकृतिक सौंदर्य के प्रेमिकों को खींचता है।

अन्य भौगोलिक विशेषताएं:

स्थान: शिमला हिमाचल प्रदेश के पश्चिमी हिमालय की पहाड़ियों में स्थित है। यह नदियों और घाटियों के बीच में बसा हुआ है और आसपास की पहाड़ियों से घिरा हुआ है।

ऊचाई: शिमला की ऊचाई लगभग 2,276 मीटर (7,467 फीट) है, जो कि इसे एक ऊँचे स्थल पर स्थित करती है।

जलवायु: शिमला का जलवायु मिश्रित होता है, जिसमें गर्मियों में मिल्ड गर्मियां होती हैं और शीतकाल में ठंडी बर्फबारी के साथ आती है।

प्राकृतिक सौंदर्य: शिमला के आसपास प्राकृतिक सौंदर्य की अद्वितीय धरोहर है, जिसमें वन्य फूल, घास, पेड़-पौधों की विविधता, और बर्फ से ढकी पहाड़ियां शामिल हैं।

जल संसाधन: शिमला के पास जल संसाधन के लिए बहुतायत स्रोत हैं, और यहाँ की जलधाराएँ और नदियाँ हिमाचल प्रदेश के अन्य हिस्सों को जल पहुंचाने में मदद करती हैं।

ऐतिहासिक और पर्यटन स्थल: शिमला पर्यटन का एक महत्वपूर्ण केंद्र है और यहाँ पर ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थल भी हैं, जैसे कि राष्ट्रीय विद्यालय, राजभवन, और शिमला की राजमहल।

शिमला का भूगोल इसके प्राकृतिक सौंदर्य और पर्यटन स्थलों के लिए महत्वपूर्ण है, और यह एक प्रमुख पहाड़ी नगर होने के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश की राजनीतिक और प्राशासिक केंद्र भी है।

शिमला जिले का प्रशाशनिक ढांचा:

शिमला जिले के उप - मंडल के नाम ----- रोहड़ू , शिमला ग्रामीण ,शिमला शहरी , ठियोग कुमारसेन,चौपाल,डोडरा जवार ,,रामपुर ,
शिमला जिले की तह सील के नाम -- जुबल, कोटखाई ,कुमारसेन ,रामपुर ,रोहड़ू, शिमला ग्रामीण ,शिमला शहरी ठियोग ,सुन्नी ,कुपवाई चौपाल ,चिड़गांव ,डोडरा जवार ,

शिमला जिले की उप-तहसील के नाम -- देहा,जुंगा ,ननखरी ,टिक्कर ,धामी ,नेरवा ,कोटगढ़ ,सरहन ,जलोग,जांगला।

शिमला जिले के विकासखंड के नाम -- बसंतपुर ,डोडरा -क्वार ,रोहड़ू ,ठियोग,रामपुर ,नार कंडा ,ननखड़ी ,छुआरा ,थोपाल,जुब्बल मशोबरा।

शिमला जिले की प्रमुख नदियां:

हिमाचल प्रदेश के भारतीय राज्य में स्थित शिमला जिला, अपनी नदियों के रूप में ज्यादा नहीं जाना जाता है, बल्कि यह अपनी चित्रसौंदर्य से भरपूर पहाड़ों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है। हालांकि, इस जिले में कुछ छोटी नदियाँ और धाराएँ हैं जो जिले में बहती हैं। कुछ प्रमुख नदियाँ निम्नलिखित हैं:

सुतलुज नदी: सुतलुज नदी, उत्तर भारत की प्रमुख नदियों में से एक, शिमला जिले की दक्षिणी सीमा का हिस्सा बनाती है। हालांकि यह जिले के मनोबल में नहीं बहती, यह एक महत्वपूर्ण भूगोलिक सुविधा के रूप में कार्य करती है।

टॉन्स नदी: टॉन्स नदी, यमुना नदी की एक सहायक नदी है और यह शिमला जिले के उत्तरी हिस्से से बहती है, उत्तराखंड की सीमा के पास।

गिरि नदी: गिरि नदी जिले में बहने वाली एक छोटी नदी है। यह यमुना नदी की एक सहायक नदी है।

पब्बर नदी: पब्बर नदी, जिसे पब्बर घाटी भी कहा जाता है, शिमला जिले में एक प्रमुख नदी है। यह शिमला जिले में चंशाल पीक से उत्पन्न होती है और खूबसूरत घाटियों से बहने के बाद आखिरकार टॉन्स नदी के साथ मिल जाती है।
बाटा नदी: बाटा नदी, जिले के कुछ हिस्सों में बहने वाली एक और छोटी नदी है।

कृपया ध्यान दें कि ये नदियाँ भारत में कुछ प्रमुख नदियों की तरह बड़ी या प्रमुख नहीं हैं, लेकिन ये शिमला जिले की प्राकृतिक सौंदर्य और मोहकता में एक यात्री स्थल के रूप में योगदान करती हैं।"

शिमला में पाए जाने वाले प्रमुख मंदिर:

शिमला भारत के हिमाचल प्रदेश में स्थित है और यहाँ पर कई महत्वपूर्ण मंदिर हैं। यहाँ पर कुछ प्रमुख मंदिर हैं:

जाकू मंदिर: यह शिमला का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है और यहाँ से आपको शिमला का खूबसूरत नजारा भी मिलता है।
काली बारी मंदिर: यह मंदिर शिमला के मुख्य बाजार में स्थित है और मां काली को समर्पित है।
तारादेवी मंदिर: यह एक और प्रसिद्ध मंदिर है जो शिमला में स्थित है और महाकाली माता को समर्पित है।
चड्डरी जात: यह मंदिर शिमला के उत्तरी हिस्से में स्थित है और यहाँ से भी आपको आकर्षक प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद मिलता है।
हनुमान तेम्पल: यह मंदिर जाकू मंदिर के पास स्थित है और हनुमान जी को समर्पित है।

ये कुछ प्रमुख मंदिर हैं, लेकिन शिमला में और भी कई मंदिर हैं जो आपकी आत्मिक और पर्यटनिक आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं।

शिमला के पर्यटन स्थल:

शिमला, हिमाचल प्रदेश, भारत का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है जो पहाड़ों की सुंदर धरों पर स्थित है। यहाँ कुछ प्रमुख पर्यटन स्थल हैं:

दरबार स्क्वेयर: शिमला का दरबार स्क्वेयर शहर का मुख्य चौक है जो व्यापार और आपकी आरामदायक खरीदारी के लिए बहुत लोकप्रिय है।

राज भवन: यह राजमहल है जो ब्रिटिश राजा और उनके अधिकारियों के आवास के रूप में उपयोग किया जाता था। अब यह राज्य सभा का आधिकारिक आवास है और यह शिमला के सबसे प्रमुख आकर्षणों में से एक है।

जाखू मंदिर: यह हनुमानजी के मंदिर के रूप में प्रसिद्ध है, और यहाँ से शिमला का अच्छा पनोरमिक दृश्य है।

कुफरी: यह शिमला से करीब 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और यहाँ बर्फबारी के लिए जाने के लिए प्रसिद्ध है।

शिमला स्कैंडल प्वॉइंट: यह एक खूबसूरत व्यू प्वॉइंट है जो शिमला से कुछ किलोमीटर दूर है और इससे आपको शिमला का खूबसूरत प्राकृतिक सौंदर्य दिखाई देगा।

काली बारी: यह एक बागिचा है जो फूलों के लिए प्रसिद्ध है और यहाँ के शांत और आत्मा संजीवनी माहौल में घूमने का आनंद लेने के लिए एक अच्छा स्थल है।

शिमला साइंस सेंटर: यह साइंस और प्रौद्योगिकी के प्रति रुझान रखने वालों के लिए एक शिक्षा और अनुसंधान संगठन है और यह भी पर्यटन के लिए दर्शनीय है।

यह बस कुछ शिमला के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं, और शहर में और भी कई खूबसूरत और मनोरंजन स्थल हैं। शिमला को उसकी शांति, प्राकृतिक सौंदर्य, और पर्वतीय खेल के लिए प्रसिद्ध बनाते हैं।

शिमला की प्रमुख घटनाएं:

 शिमला, हिमाचल प्रदेश की राजधानी, भारत के एक प्रमुख पहाड़ी शहर में है और इसके इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाएं हुई हैं. यहां कुछ मुख्य घटनाएं दी गई हैं:

ब्रिटिश शासन की यात्रा (1830): शिमला ने ब्रिटिश भारत के राजा और अमीरों के लिए प्राधिकृत गर्मियों में एक शीतल आश्रय के रूप में पॉपुलर होने की शुरुआत की थी, जो ब्रिटिश शासन के समय के दौरान इसे एक महत्वपूर्ण समर-रिट्रीट बना दिया।

शिमला समझौता (1945): इस समझौते का समय वर्ल्ड वॉर II के बाद था और यहां पर ब्रिटिश और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के नेताओं के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी, जिसमें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्राथमिक स्तर पर बातचीतें हुई और स्वतंत्रता संग्राम की दिशा तय की गई।

शिमला कांफ्रेंस (1947): भारत के स्वतंत्र होने के बाद, प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने शिमला में पहली बार ब्रिटिश प्रधानमंत्री लॉर्ड लॉयड माउंटबेटन के साथ एक महत्वपूर्ण विदाई कांफ्रेंस आयोजित की थी, जिसमें भारत के आगामी संविधान और संघर्षों के बारे में चर्चा की गई।

शिमला समझौता (1972): यह समझौता इंडिया और पाकिस्तान के बीच बांगलादेश मुक्ति युद्ध के बाद हुई थी, और इसका उद्देश्य युद्ध से समझौता करना था।

शिमला शिक्षा समिति (1966): इस समिति का गठन इस उद्देश्य के साथ किया गया था कि शिक्षा के क्षेत्र में सुधार किया जाए और शिमला को उच्च शिक्षा का केंद्र बनाया जाए।

शिमला नामक प्राकृतिक आपदा (2015): 2015 में, शिमला और पूरे हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी की वजह से एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक आपदा का सामना करना पड़ा, जिसने शहर के जीवन को प्रभावित किया।

शिमला एक प्रमुख पर्यटन स्थल भी है और इसका ऐतिहासिक महत्व और प्राकृतिक सौंदर्य इसे एक खास स्थान बनाते हैं।

Frequently Asked Questions:

 

प्रश्न 1 -- पूर्ग मेला हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में जिस इलाके में मनाया जाता है ?
उत्तर -- कोटखाई में

प्रश्न 2 -- शिमला में पूर्ग मेला हर साल किस महीने मनाया जाता है ?
उत्तर -- मई महीने में

प्रश्न 3 -- फ़ाग मेला शिमला जिले में किस तहसील में मनाया जाता है ?
उत्तर -- रामपुर शहर में

प्रश्न 4 -- शिमला जिले के किस क्षेत्र में भैंसों का मेला मनाया जाता है ?
उत्तर --- मशोबरा में

प्रश्न 5 -- भारत में एकमात्र मेला पत्थरों के मेला कब मनाया जाता है ?
उत्तर -- सितम्बर महीने में

प्रश्न 6 -- शिमला जिला किले के रूप में कब आया ?
उत्तर -- 1972 में

प्रश्न 7 -- शिमला को अंग्रेजो ने गर्मियों की राजधानी कब घोषित किया था ?
उत्तर -- 1864 ईसवी में

प्रश्न 8 -- शिमला की यात्रा महात्मा गांधी ने किस वर्ष की थी ?
उत्तर -- 1921 में

प्रश्न 9 -- शिमला को नगर निगम का दर्जा कब मिला था ?
उत्तर -- 1852 में

प्रश्न 10 -- किस वर्ष शिमला हिमाचल प्रदेश की राजधानी बनी थी ?
उत्तर -- 1966 में


Rakesh Kumar

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