राजस्थान में होने वाली परीक्षाओं में अक्सर राजस्थान के किलों (Rajasthan Forts) के बारे में प्रश्न पूछे जाते हैं इसलिए GK Pustak के मध्यम से हम राजस्थान के किलों और महलों की जानकारी दे रहे है। ये Rajasthan Forts In Hindi राजस्थान किले की जानकारी आपकी परीक्षा के लिए बहुत महत्व पूर्ण होगी
Rajasthan Forts & Castle GK in Hindi / राजस्थान के किले
राजस्थान का चित्तौरगढ़ किला
- इस किले का निर्माण 7 वीं शताब्दी में मौर्य वंश के राजाओं द्वारा किया गया था।
- यूनेस्को ने इसे 2013 में विश्व धरोहर घोषित किया था।
- इस दुर्ग पर पहला हमला अलाउद्दीन खिलजी ने किया 1303 ईस्वी में किया।
- इस दुर्ग पर दूसरा हमला गुजरात के बहादुर शाह ने 1535 ईस्वी में किया।
- इस दुर्ग पर तीसरा हमला मुगल राजा अकबर ने 1568 ईस्वी में किया था।
- चित्तौड़गढ़ किले मानचित्र में 24.88 ° उत्तरी अक्षांश
- चित्तौड़गढ़ किले 74.63 ° पूर्वी दिशांतर में स्थित है।
- इस दुर्ग में कूंब्भा मंदिर मेवाड़ राजा संग्राम सिंह ने 1482 में बनवाया था।
- चितोड़गढ़ का कीर्ति सतम्भ 22 फ़ीट ऊँचा है और इसे 12 वीं शताब्दी में बनाया गया था।
- चितोड़गढ़ किले का क्षेत्र फल 700 एकड़ है।
- इस किले में चार महल, 19 मंदिर, 20 जलाशय और चार स्मारक हैं
- इस किले में किये गए जौहर
- पहला जौहर अलाउद्दीन खिलजी के आक्रमण के समय 1303 में रानी पद्मनी ने किया।
- दूसरा जौहर सन् 1534 ई. में आठ मार्च गुजरात के शासक बहादुर शाह के आक्रमण केे समय में रानी कर्णवती ने किया।
- तीसरा जौहर 25 फरवरी,1568 में पत्ता सिसौदिया की पत्नी फूल कँवर के नेतृत्व में जौहर किया गया था।
राजस्थान में आमेर का किला या दुर्ग
- आमेर किले या दुर्ग का दूसरा नाम आम्बेर का किला।
- आमेर जयपुर के आमेर क्षेत्र में स्थित है।
- आमेर का किला लाल बलुआ और संगमरमर का बना हुआ है।
- यह भव्य भव्य दुर्ग पहाड़ी के चार स्तरों पर बना हुआ है।
- एक यहाँ पाए अरावली की पहड़ि पर सुरंग भी है।
- 2013 में इसे राजस्थान के अन्य पांच दुर्गों के साथ विश्व धरोहर घोसित किया गया था।
- आमेर का कस्बा मूल रूप से मीणाओं दुआरा बसाया गया था।
- इसका निर्माण राजपूत वंश के कछवाह जाति के मानसिंह प्रथम ने करवाया था।
- यहां के लोग इस मंदिर के नाम को माँ दुर्गा से जोड़ते हैं जिन्हे अम्बिका भी कहा जाता है।
- कुछ लोग इस दुर्ग के नाम को इक्ष्वाकु वंश से जोड़ते हैं।
- इस दुर्ग का नाम रामायण काल से भी जुड़ा हुआ है। यहां के राजपूत लोग अपने आप को कुश श्री राम के वंशज मानते हैं।
- इस किले के उपनाम -- अम्बावती, अमरपुरा, अम्बर, आम्रदाद्री और अमरगढ़
जूनागढ़ का किला, बीकानेर में
- जूनागढ़ का किला राजस्थान के बीकानेर शहर में स्थित है।
- इस किले का निर्माण शासक राजा राइ सिंह ने करवाया था।
- इस किले का निर्माण राय सिंह के मंत्री करण चंद ने करवाया था।
- राय सिंह ने 1571 ईस्वी और 1611 ईस्वी के बीच बीकानेर पर शासन किया था।
- इस किले का निर्माण 1559 में शुरू हुआ और 1594 में ख़तम हुआ था।
- इस किले के साथ लक्ष्मी नारायण मंदिर भी है।
- इस किले पर कई आक्रमण हुए पर कोई भी अपने कब्जे में नहीं कर सका।
- सिर्फ एक दिन के लिए इसे मिर्जा कामरान ने अपने कब्जे में लिया था।
- इस किले में बुद्ध धर्म के शिलालेख भी मिलते हैं जो तीसरी सतबादी के हैं।
- 15 शताब्दी में यह दुर्ग राजपूतों के कब्जे में आ गया।
- जूनागढ़ किले पर 1472 में गुजरात के महमूद बेगढ़ा ने क़ब्ज़ा कर लिया।
- इतिहास कारों के अनुसार इस किले की आधार शिला 30 जनवरी 1589 को राखी गई थी।
- इस किले का काम 17 जनवरी 1594 को पूरा हुआ।
- गंगा सिंह ने इस महल पर 56 सैलून के लिए सबसे ज्यादा राज किया।
मेहरानगढ़ का किला, जोधपुर
- यह किला राजस्थान के जोधपुर जिले में स्थित है।
- इसकी स्थापना राजपूतों के राठौड़ वंश द्वारा की गई थी।
- इसकी स्थापना राठोड़ों के राजा राव जोधा ने 1459 में की थी।
- यह किला भारत के प्राचीनतम किलों में से एक है।
- राजा राव जोधा इस किले के 15 वें शासक थे।
- राजा राव जोधा ने 1459 में इसे शुरू करवाया था और राजा जसवंत सिंह ने ऐसे 1638 में पूरा करवाया था।
- इस किले के सात द्वार ही माने जाते हैं और आठवां दुआर गुपत माना जाता है।
लोहागढ़ दुर्ग / लोहागढ़ किला
- यह किला राजस्थान के भरत पुर जिले है।
- इस किले का निर्माण जाटों के अफलातून सूरजमल ने करवाया था।
- सूरजमल ने इसका निर्माण 19 फरवरी 1733 में करवाया था।
- इस दुर्ग के चारों और मिट्टी की दीवारें बानी हैं इसलिए इसे इसे मिटटी का दुर्ग भी कहते हैं।
- बड़ी बात ये की इसका दुआर अष्टधातु का बना है जो जवाहर सिंह 1765 में लाल किले से उत्तार कर लाये थे।
- दुर्गों में भारत का यह एकमात्र अजय दुर्ग है।
- इसे अजय दुर्ग इसलिए कहा जाता है किउकी इस पर बहुत आक्रमण हुए पर इसे कोई भी जीत नहीं सका।
- इस दुर्ग पर कई आक्रमण हुए।
- ब्रिटिश राज में 1803 ई. में लार्ड लेक ने बारूद भरकर इसे उड़ाने का असफल प्रयास किया था।
कुम्भलगढ़ किला, राजसमंद जिला
- यह किला राजस्थान के राजसमन्द जिले में है और उदयपुर से 70 KM दूर है।
- इसका निर्माण महाराणा कुम्भा ने सन 13 मई 1459 वार शनिवार को शुरू करवाया था।
- इसको दुर्ग को भी अजय दुर्ग कहा जाता है किउं की ऐसे भी कोई जीत नहीं सका।
- इसके चारों और ऊँची दीवारें बनी है जो चीन की दीवारों के बाद दूसरे नंबर पर आती है।
- इस दुर्ग को बनाने में 15 वर्ष लगे 1443 में इस दुर्ग का काम शुरू हुआ और 1458 में बनकर तैय्यार हो गया।
- इस दुर्ग को मेवाड़ की आँख भी कहते हैं।
- इस दुर्ग में प्रवेश द्वार, प्राचीर, जलाशय, आवासीय इमारतें, यज्ञ वेदी, स्तम्भ, बाहर जाने के लिए संकटकालीन द्वार, महल, मंदिर, छत्रियां आदि बने है।
राजस्थान में जय गढ़ दुर्ग
- यह दुर्ग राजस्थान के जयपुर जिले में स्थित है।
- राजस्थान का भारत का पश्चिमी राज्य है।
- इस दुर्ग का निर्माण सवाई जय सिंह ने 1726 में करवाया था।
- यह दुर्ग अरावली अरावली पर्वत श्रृंखला पर स्थित है।
- इस दुर्ग का निर्माण मिर्जा राजा जय सिंह ने आमेर दुर्ग की रक्षा के लिए किया था।
राजस्थान का जालौर दुर्ग
- यह दुर्ग राजस्थान के जालौर जिले में स्थित है।
- इसका निर्माण 10 शताब्दी में करवाया गया था।
- इस दुर्ग का निर्माण परमार राजाओं ने करवाया था।
- परमार राजाओं को छोड़ कर इस दुर्ग पर प्रतिहार, चालुक्य, चौहान, और राजपूत राठोड़ों ने राज किया।
- जालौर के किले का तोप खाना बहुत आकर्षक है।
- कान्हड़देव चौहान के शासनकाल में यहाँ दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी ने 1311 ई.आक्रमण किया था .राजस्थान में नीमराना दुर्ग
- यह दुर्ग राजस्थान के अलवर जिले में है।
- नीमराना अलवर जिले की तहसील है।
- इस दुर्ग पर देश आजाद होने के पहले राजपूत राठोड़ों ने राज किया था।
- नीमराना तहसील के अंतिम राजा राजेन्द्र सिंह ने महल पर तिरंगा फहराया था।
- इसका सबंध महाभारत काल से भी है। उस समय इसे मतस्य जनपद के नाम से जाना जाता था।
- वनवास के समय पांडवों ने यहाँ दिन गुजारे थे।
ऊपर हम राजस्थान के किले और दुर्गों की जानकारी दे चुके हैं नीचे राजस्थान के Castle या महलों की जानकारी दी गई है।
- सिटी पैलेस
- इस पैलेस का निर्माण उदय सिंह ने 16 वीं शताब्दी में करवाया था।
- यह एक पर्यटन स्थल है और उदयसिंह ने बनवाया था।
- इसको बनांने में एक राजा का योगदान नहीं 22 राजाओं का योगदान रहा है।
- आमेर पैलेस -- आमेर किले में
- शाहपुरा हवेली - शाहपुरा में
- सामोडे पैलेस-- जयपुर में
- रामबाग पैलेस -- जयपुर में।
- जल महल -- जयपुर में।
- हवा महल -- जयपुर में।
- सिटी पैलेस - उदयपुर जिले में।
- जग निवास या लेक पैलेस -- उदयपुर जिले में
- शिव निवास पैलेस -- उदयपुर जिले में।
- जूनागढ़ महल -- बीकानेर जिले में।
- लक्ष्मी निवास पैलेस - बीकानेर जिले में।
- उम्मेद भवन पैलेस- जोधपुर जिले में।
- बाल समंद लेक पैलेस -- जोधपुर जिले में।
- लालगढ़ पैलेस -- बीकानेर जिले में।
- सरिस्का पैलेस - अलवर जिले में।
- मटिया महल -- हिंडौन में।
- मंधोली किला किला -- सीकर जिले में।