नमस्कार दोस्तों राजस्थान का उदयपुर जिला राजस्थान के जिलों में से एक है। और राजस्थान में होने वाली परीक्षाओं में उदयपुर जिले से कोई न कोई प्रश्न जरूर पूछा जाता है। इसलिए GK Pustak के इस भाग में हम उदयपुर जिले के सामान्य ज्ञान (GK) की जानकारी हिंदी में दे रहे हैं। इस पोस्ट में उदयपुर जिले के इतिहास,भूगोल ,मंदिरों, और झीलों की जानकारी दी गई है।
Udaipur District GK | राजस्थान के उदयपुर जिले का सामान्य ज्ञान
1 - उदयपुर जिले का इतिहास | Udaipur District History GK
राजस्थान का उदयपुर जिला मनास नदी स्थित है। इस रियासत को 1559 ई में महाराणा उदय सिंह ने द्वितीय स्थापित किया था। यह मेवाड़ राज्य की नई राजधानी के रूप में स्थापित किया गया था। यह क्षेत्र 12 वीं सदी के मध्य तक भील प्रमुखों के शासन का क्षेत्र रहा था । नवंबर 1567 ई में मुगल बादशाह अकबर ने चित्तौड़ के पूरे किले को घेर लिया।सन् 1572 में महाराणा उदयसिंह की मृत्यु के बाद उनके पुत्र प्रताप का राज्याभिषेक हुआ वह एक राजा के रूप में उभरा। उस समय के इतिहास की बात करें तो केवल वहां के यही शासक थे जिन्होंने मुगलों से हार नहीं मणि और उनकी अधीनता स्वीकार नहीं की। इतिहास इस बात का गवाह है की हल्दीघाटी में महाराणा प्रताप और मुग़ल सम्राट अकबर के बीच कितना घमासान युद्ध हुआ था। ये युद्ध वहां के राज्यों की मातृभूमि के प्रति प्यार को दर्शाता है। यह युद्ध किसी धर्म, जाति अथवा सम्राज्य विस्तार की भावना से नहीं, बल्कि स्वाभिमान एवं मातृभूमि के गौरव की रक्षा के लिये लड़ा गया था।
देश के आजाद होने से पूर्व रियासत जमाने में गुहिल वंश के अंतिम शासक महाराणा भोपाल सिंह इस रियासत के शासक थे। जो राजस्थान के एकीकरण के समय 30 मार्च, 1949 तक राज्य के महाराज प्रमुख रहे। राजस्थान एकीकरण के तृतीय चरण में उदयपुर को शामिल किया गया तथा राजस्थान के उदयपुर महाराणा भूपाल सिंह बने। वर्तमान में उदयपुर राजस्थान का जिला है।
2- राजस्थान के उदयपुर जिले की भौगोलिक स्थिति | Udaipur District Geography GK
देश के आजाद होने से पूर्व रियासत जमाने में गुहिल वंश के अंतिम शासक महाराणा भोपाल सिंह इस रियासत के शासक थे। जो राजस्थान के एकीकरण के समय 30 मार्च, 1949 तक राज्य के महाराज प्रमुख रहे। राजस्थान एकीकरण के तृतीय चरण में उदयपुर को शामिल किया गया तथा राजस्थान के उदयपुर महाराणा भूपाल सिंह बने। वर्तमान में उदयपुर राजस्थान का जिला है।
2- राजस्थान के उदयपुर जिले की भौगोलिक स्थिति | Udaipur District Geography GK
उदयपुर शहर राजस्थान के उत्तरी जिलों में से एक है। । इसे झीलों का शहर कहा जाता है और रेगिस्तान में शामिल है। पर्वतों के अरावली रेंज इस शहर क अलग नहीं करती है। उदयपुर अरावली रेंज के दक्षिणी छोर पर स्थित है। अगर अरवली पर्वतों की बात करें तो यह उदयपुर शहर की सीमा रेखा मन जाता है।
भौगोलिक Location में उदयपुर उत्तर में अक्षांश 24.58 डिग्री और देशांतर पूर्व में 73.68 डिग्री से चलता है। यह शहर 37 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र तक फैला हुआ है। और इस शहर की समुद्र तल से ऊंचाई 598 मीटर है। उदयपुर शहर गुजरात की सीमा के पास, जयपुर के दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। झीलों के साथ एक रेगिस्तानी क्षेत्र में स्थित होने के कारण उदयपुर आमतौर पर Humidity से भरा रहता है।
राजस्थान का उदयपुर झीलों का शहर दिल्ली से लगभग 663 किलोमीटर दूर है। आगरा से 637 किलोमीटर है। ग्वालियर से 620 किलोमीटर है। मुंबई से 797 और जयपुर से 405 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। उदयपुर हवाई, रेल और सड़क मार्ग से मुंबई, दिल्ली, जयपुर और देश के अन्य शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
1- उदयपुर जिले के उप मंडलों की संख्या - 8 आठ (गिरवा, खेरवाड़ा, मावली, वल्लभनगर, कोटड़ा, झाड़ोल, ऋषभदेव और सलूम्बर।)
2- उदयपुर जिले तीन मंडलों को कितनी तहसीलों में बांटा गया है - 15
3- उदयपुर जिले के उपमंडलों का विभाजन कैसे किया गया है ?
1- गिरवा उप-मंडल में दो तहसील हैं -- गिरवा और गोगुन्दा।
2- खेरवाड़ा उप-मंडल में दो तहसील भी शामिल हैं: खेरवाड़ा और ऋषभदेव।
मावली, वल्लभनगर, कोटड़ा और झाड़ोल उप-प्रभागों में से प्रत्येक में एक ही नाम की एक तहसील
शामिल है।
3- सालम्बर उप-मंडल में तीन तहसील शामिल हैं: लसाडिया, सलूंबर और शारदा।
4 - उदयपुर जिले में विधानसभा क्षेत्रों की संख्या 8 है।
उदयपुर जिले की विधानसभा क्षेत्र 1. गोगुन्दा, 2. झाड़ोल, 3. खेरवाड़ा, 4. उदयपुर ग्रामीण, 5. उदयपुर,
6. मावली, 7. वल्लभ नगर तथा 8. सलूंबर हैं।
भौगोलिक Location में उदयपुर उत्तर में अक्षांश 24.58 डिग्री और देशांतर पूर्व में 73.68 डिग्री से चलता है। यह शहर 37 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र तक फैला हुआ है। और इस शहर की समुद्र तल से ऊंचाई 598 मीटर है। उदयपुर शहर गुजरात की सीमा के पास, जयपुर के दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। झीलों के साथ एक रेगिस्तानी क्षेत्र में स्थित होने के कारण उदयपुर आमतौर पर Humidity से भरा रहता है।
3- उदयपुर शहर की बड़े शहरों से दूरियां (Distance )
राजस्थान का उदयपुर झीलों का शहर दिल्ली से लगभग 663 किलोमीटर दूर है। आगरा से 637 किलोमीटर है। ग्वालियर से 620 किलोमीटर है। मुंबई से 797 और जयपुर से 405 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। उदयपुर हवाई, रेल और सड़क मार्ग से मुंबई, दिल्ली, जयपुर और देश के अन्य शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
4 - उदयपुर जिले का प्रशासनिक ढांचा | Administrative Structure GK of Udaipur District )
1- उदयपुर जिले के उप मंडलों की संख्या - 8 आठ (गिरवा, खेरवाड़ा, मावली, वल्लभनगर, कोटड़ा, झाड़ोल, ऋषभदेव और सलूम्बर।)
2- उदयपुर जिले तीन मंडलों को कितनी तहसीलों में बांटा गया है - 15
3- उदयपुर जिले के उपमंडलों का विभाजन कैसे किया गया है ?
1- गिरवा उप-मंडल में दो तहसील हैं -- गिरवा और गोगुन्दा।
2- खेरवाड़ा उप-मंडल में दो तहसील भी शामिल हैं: खेरवाड़ा और ऋषभदेव।
मावली, वल्लभनगर, कोटड़ा और झाड़ोल उप-प्रभागों में से प्रत्येक में एक ही नाम की एक तहसील
शामिल है।
3- सालम्बर उप-मंडल में तीन तहसील शामिल हैं: लसाडिया, सलूंबर और शारदा।
4 - उदयपुर जिले में विधानसभा क्षेत्रों की संख्या 8 है।
उदयपुर जिले की विधानसभा क्षेत्र 1. गोगुन्दा, 2. झाड़ोल, 3. खेरवाड़ा, 4. उदयपुर ग्रामीण, 5. उदयपुर,
6. मावली, 7. वल्लभ नगर तथा 8. सलूंबर हैं।
5- Demographic Structure of Udaipur District in Hindi
- उदयपुर जिले का कुल क्षेत्रफल – 13,419 वर्ग किलोमीटर
- कुल जनसंख्या—30,68,420
- पुरुष जनसंख्या —15,66,801
- स्त्री जनसंख्या — 15,01,619
- जनसंख्या घनत्व—262
- साक्षरता दर— 61.8%
- पुरुष साक्षरता दर — 74.7%
- महिला साक्षरता दर — 48.4%
- दशकीय वृद्धि दर — 24 प्रतिशत
- लिंगानुपात — 960 / 1000
- कुल वनक्षेत्र – 4581.23 वर्ग किलोमीटर
6- उदयपुर जिले की पानी की झीलों का सामान्य ज्ञान
1 - स्वरूप सागर झील (Swroop Sagar Lake)
यह झील भी राजस्थान के उदयपुर जिले में है इसे स्वरूप नगर इसलिए कहा जाता है किउं की इसका निर्माण स्वरूप सागर द्वारा किया गया था।
2 - उदयसागर झील ( Udaisagar Lake)
इस झील का निर्माण महाराणा उदय सिंह ने करवाया था इसलिए इसका नाम उदयसागर झील पड़ा। इसका निर्माण 1559 में करवाया गया था। इस झील का निर्माण
3- जयसमन्द झील (Jaisamand Lake )
यह झील भी राजस्थान के उदयपुर जिले में है इसे स्वरूप नगर इसलिए कहा जाता है किउं की इसका निर्माण स्वरूप सागर द्वारा किया गया था।
2 - उदयसागर झील ( Udaisagar Lake)
इस झील का निर्माण महाराणा उदय सिंह ने करवाया था इसलिए इसका नाम उदयसागर झील पड़ा। इसका निर्माण 1559 में करवाया गया था। इस झील का निर्माण
3- जयसमन्द झील (Jaisamand Lake )
इस झील का निर्माण 1685-91 के मध्य में में महाराणा जयसिंह ने करवाया था। इसका निर्माण गोमती नदी पर बांध बनाए जाने के बाद हुआ था। एक सामान्य ज्ञान की बात ये है की यह झील विश्व की दूसरी एवं राजस्थान की पहली सबसे बड़ी कृत्रिम झील है। और अगर विश्व की पहली बनावट झील की बात करें तो वह गोविन्द सागर झील है। पर ये झील गोविन्द सागर से पहले बानी है।
4 - पिछोला झील (Pichola Lake)
इस झील का निर्माण महाराणा लाखा के काल में छीतर (पीच्छू) नामक बंजारे ने अपने बैल की स्मृति में करवाया। इस झील में सीसारमा व बूझना नदियों से पानी आता है। इस झील में बीजारी नामक स्थान पर नटनी का चबूतरा है।
5 - फतेहसागर झील (Fateh Sagar Lake)
4 - पिछोला झील (Pichola Lake)
इस झील का निर्माण महाराणा लाखा के काल में छीतर (पीच्छू) नामक बंजारे ने अपने बैल की स्मृति में करवाया। इस झील में सीसारमा व बूझना नदियों से पानी आता है। इस झील में बीजारी नामक स्थान पर नटनी का चबूतरा है।
5 - फतेहसागर झील (Fateh Sagar Lake)
ड्यूक ऑफ कनॉट ने 1687 ई. में इस झील की नींव रखी। इसके बाद 1688 में इसका निर्माण जयसिंह ने बड़े सुन्दर ढंग से करवाया था। 1888 में महाराणा फतेह सिंह दुआरा इस झील का पुनर्निर्माण करवाया गया। फतेह सिंह के निर्माण के बाद ही इस झील का नाम फतेहसागर झील रखा गया था ।
उदयपुर जिले के प्रमुख मंदिरों, किले, पर्यटन स्थलों का सामान्य ज्ञान
केसरियानाथ जी का मन्दिरमच्छिन्द्रनाथ मन्दिर
एकलिंगजी का मंदिर
आमजा माता का मंदिर
गुप्तेश्वर मंदिर
धाय माँ का मन्दिर
स्कन्द कार्तिकेय मन्दिर
सास-बहु का मंदिर या सहश्त्र बाहु मंदिर
जगदीश जी का मंदिर
आंबे माता का मंदिर
एकलिंग का मंदिर
सज्जन गढ़ का किला
उदयपुर जिले में बहुत कीमती खनिज पदार्थ मिलते हैं इसलिए इसके बारे में नीचे दिया गया है।
उदयपुर जिले के खनिज पदार्थों का सामान्य ज्ञान
उदयपुर जिले के सामान्य ज्ञान की और महत्वपूर्ण जानकारी।
- लोहा— नाथरा की पाल नामक जगह में
- रॉक फास्फेट- झामरकोटड़ा स्थान पर और राज्य में सर्वाधिक मिलता है।
- यूरेनियम — उमरा नामक स्थान पर और राज्य में सबसे ज्यादा मिलता है।
- ताँबा— अंजनी, सलूम्बर, जावर क्षेत्र मोचिया मगरा की खानों से।
- बेरीलियम — उदयपुर में शिकारीपाड़ा, सिले नामक स्थानों से।
- मैंगनीज — नेगड़िया में सर्वाधिक और राज्य में दूसरा स्थान है।
- अभ्रक — भरतपुर,चम्पा गुढ़ा (उदयपुर)
- एस्बेस्टस—सलूम्बर, ऋषभदेव, खेरवाड़ा ये भी राज्य में सर्वाधिक पैदा होता है।
- चूना पत्थर — रायलोक्रम नामक स्थान पर।
- पन्ना — गोगुन्दा, कालागुमान में मिलता है।
- संगमरमर— ऋषभदेव से , मसारों की ओवरी से हरा संगमरमर जबकि देवी माता, केवड़ा-बाबर भात से गुलाबी संगमरमर मिलता है।
उदयपुर जिले के सामान्य ज्ञान की और महत्वपूर्ण जानकारी।
- राज्य का पहला शिल्पग्राम हवाला ग्राम 1989 में बना उदयपुर में है ।
- पश्चिमी क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर- में है जो 1986 में बना था।
- राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर में है जिस का निर्माण 1958 में किया गया था।
- उदयपुर क्र लकड़ी के खिलौने, जिंक के खिलौने, कलात्मक कठपुतलियाँ बहुत प्रसिद्ध है।
- राजस्थानी चित्रकला की मूल व सबसे प्राचीन शैली उदयपुर शैली है।
- जगत सिंह प्रथम ने ताजमहल में ‘चितेरों की ओवरी’ नाम से चित्रकला का विद्यालय खोला।
- साहिबद्दीन का चित्रित ग्रन्थ रागमाला उदयपुर शैली का प्रसिद्ध हिस्सा है।
- मेवाड़ महोत्सव जो बहुत Famous है उदयपुर में है। इसका आयोजन अप्रैल माह में किया जाता है।