उत्तर प्रदेश फ़िरोज बाद जिले का सामान्य ज्ञान | Firozabad District GK
उत्तर प्रदेश फ़िरोज़ाबाद का इतिहास | Firozabad District History GK
फ़िरोज़ाबाद का पुराना नाम -- चंद वार
चन्दर वार किस धर्म के अनुयायी थे -- हिन्दू धर्म के
चंद वार का नाम कैसे पड़ा -- भगवान चन्द्रप्रभु की प्रतिमा के कारण
भगवान चन्द्रप्रभु की प्रतिमा किस ने स्थापित की थी -- राजा चंदर सेन ने
राजा चंद्र वार का किला कहां पर स्थापित था -- यमुना नदी के किनारे
फ़िरोज़ाबाद का वर्तमान नाम कैसे पड़ा -- अकबर के समय मनसबदार फ़िरोज़ शाह द्वारा 1566 में दिया गया
मुहमंद गोरी और चंद वार में लड़ाई कब हुई -- 1194 में
इतिहास कारों का मानना है कि फिरोज शाह ने भारी संख्या में हिंदू का जबरन धर्म परिवर्तित करवाया।
फ़िरोज़ाबाद में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया एक व्यापारी पीटर ने कब दौरा किया --- 9 अगस्त 1632
मुग़ल शासक ने यहां कब शासन किया -- 1605 से 1627
फ़िरोज़ाबाद पर जाटों ने कब राज किया -- 30 साल तक
फ़िरोज़ाबाद पर मराठों ने किस सदी में आक्रमण किया -- 18 सदी में
जब ब्रिटिश राज शुरू हुआ उस वक्त फ़िरोज़ाबाद किस जिले में था - इटावा जिले में
1832 में फ़िरोज़ाबाद को किस जिले में शामिल किया गया -- शाहवाद जिले में
1833 में फ़िरोज़ाबाद को किस जिले में शामिल किया गया- आगरा जिले में
आजादी के बाद ये भाग भारतीय गणतंत्र का हिस्सा बना।
फ़िरोज़ाबाद जन पद 5 फरवरी 1989 में स्थापित हुआ।
फ़िरोज़वाद जिले का भूगोल | Firozabad District Geography GK
- फ़िरोज़वाद उत्तर प्रदेश के किस ओर स्थित है -- पश्चिमी उत्तर प्रदेश
- फ़िरोज़वाद की अक्षांश भौगोलिक स्थिति - 27 ° 09′ N
- फ़िरोज़वाद की दिशांतर भौगोलिक स्थिति --- 78 ° 24′ E
- फ़िरोज़वाद जिले के पूर्व में स्थित स्थान -- मैनपुरी और इटावा जिला उत्तर प्रदेश का
- फ़िरोज़वाद जिले के उत्तर में स्थित स्थान -- एटा जिला उतर प्रदेश का
- फ़िरोज़ाबाद के दक्षिण में कौन सी नदी बहती है -- यमुना नदी
- फ़िरोज़ाबाद का कुल क्षेत्र फल -- 2361 Sq. Km. ( या 257837 hectares).
- फ़िरोज़ाबाद का कुल क्षेत्र फल और उतर प्रदेश का अनुपात -- 0.8%
- उत्तर प्रदेश और फ़िरोज़ाबाद का जनसंख्या अनुपात -- 1.1%
- फ़िरोज़ाबाद की समुद्र तल से ऊंचाई -- 164 मीटर
उत्तर प्रदेश के फ़िरोज़ाबाद की जनसांख्यिकी 2011 | Demographics GK
- फ़िरोज़ाबाद की कुल जनसंख्या -- 2,498,156
- फ़िरोज़ाबाद की पुरुष कुल जनसंख्या -- 1,332,046
- फ़िरोज़ाबाद की स्त्री कुल जनसंख्या -- 1,166,110
- फ़िरोज़ाबाद की दशकीय जनसंख्या वृद्धि दर -- 21.69%
- फ़िरोज़ाबाद का कुल क्षेत्र फल -- 2,407 Sq km
- फ़िरोज़ाबाद का जनसंख्या घनत्व -- 1038 sq KM
- फ़िरोज़ाबाद का लिंग अनुपात -- 875 /1000
- फ़िरोज़ाबाद का कुल साक्षरता दर -- 71.92
- फ़िरोज़ाबाद का पुरुष कुल साक्षरता दर -- 80.82
- फ़िरोज़ाबाद का स्त्री कुल साक्षरता दर -- 61.75
- फ़िरोज़ाबाद का शहरी क्षेत्रफल % -- 34
- फ़िरोज़ाबाद का शहरी क्षेत्रफल % - 66
उत्तर प्रदेश के फ़िरोज़ाबाद का प्रशासनिक ढांचा | 2021
फ़िरोज़ाबाद में पंचायतों की संख्या और नाम - कुल 5 (फिरोजाबाद, शिकोहाबाद, टूंडला और जसराना)
फ़िरोज़ाबाद में विकास खण्डों की संख्या -- 9 ( नारखी, फिरोजाबाद, टूंडला, ईका, खैरगढ़, जसराना, शिकोहाबाद, आरोन और मदनपुर)
फ़िरोज़ाबाद में उपमंडलों की संख्या -- 4
फ़िरोज़ाबाद में गांव की संख्या -- 821
फ़िरोज़ाबाद के मंडल का नाम -- आगरा
फ़िरोज़ाबाद के मेले और त्यौहार | Firozabad District Fairs and Festivals GK
कुंभ और अर्ध कुंभ
यह मेला पुरे उत्तर प्रदेश में परषिद है। यह मेला वैसे तो अब हरिद्वार में मनाया जाता है। पर फिरोजाबाद में इस मेले को मनाया जाता है। कुंभ का मेला 12 साल और अर्ध कुम्भ का मेला 6 साल बाद मनाया जाता है। यह मेला साधु संतों का मेला है।
रामलीला का मेला
यह मेला वैसे तो पुरे भारत में मनाया जाता है पर फिरोजाबाद जिले में भी इसकी एक अपनी विशेषता है। यह मेला फ़िरोज़ाबाद में सितम्बर और अक्टूबर महीने में मनाया जाता है।
राम नवमी मेला
अयोध्या भगवान राम के जन्मदिन के अवसर पर इस भव्य उत्सव की मेजबानी करता है। त्योहार अप्रैल महीने में मनाया जाता है। कई भक्त कनक भवन में भगवान के दर्शन करने के लिए इकट्ठा होते हैं।
श्रावण झूला मेला
जैसा कि नाम से पता चलता है, मेला श्रावण के महीने में हिंदू कैलेंडर के अनुसार आयोजित किया जाता है। भगवान राम, देवी सीता और लक्ष्मण की मूर्तियों या मूर्तियों को मणि पर्वत पर ले जाया जाता है, जहाँ ये पेड़ों की शाखाओं से झूलने के लिए बनाई जाती हैं। मेला श्रावण माह के अंत तक चलता है।
झंडा मेला
इस मेले का आयोजन सिखों के गुरु राम राय की श्रद्धांजलि के रूप में देहरादून में किया जाता है। वर्ष 1699 में उन्होंने एक बार देहरादून का दौरा किया जब उन्होंने गुरुद्वारा (गुरु राम राय दरबार) बनाया और अपना झंडा (झंडा) फहराया। यह
मेला इस आयोजन को चिह्नित करता है। हर साल मार्च के महीने में (होली के बाद छठे दिन) एक विशाल मेला आयोजित किया जाता है और झंडा चौक पर झंडा फहराया जाता है।