नमस्कार दोस्तों, भारत में होने वाली विभिन्न परीक्षाओं में भारत के भूगोल से कुछ प्रश्न उत्तर पूछे जाते हैं। तो हमने जो "Most Important Indian Geography Question Answer" की श्रृंखला शुरू की है उसमें हम भारतीय भूगोल के जरूरी अगले 15 प्रश्न उत्तर करेंगे जो व्याख्या सहित दिए गए हैं ये प्रश्न 31 से 45 तक दिए गए हैं। ये प्रश्न वायुमंडल और भारत के भूगोल से सम्बंधित है और बहुत जरूरी हैं। UPSC और NDA जैसी परीक्षाओं में ये प्रश्न पूछे जाते हैं।
Most Important Indian Geography Question Answer in Hindi Set - 3 For UPSC Exam
Indian Geography Question Answer From 31- to- 45
प्रश्न नं 31 -- वायुमंडल की ऊपरी सीमा का नाम क्या है और इसकी सीमा कितनी होती है ?
A) 15000 किमी
B) 50,000 कि.मी.
C) 20,000 कि.मी.
D) 10,000 कि.मी.
सही उत्तर-- D) 10,000 कि.मी.
व्याख्या ( Explanation)
वायुमंडल का घनत्व ऊंचाई के साथ-साथ घटता जाता है। वायुमंडल को 5 विभिन्न परतों में विभाजित किया गया है।वायु मंडल की क्षोभमंडल की ऊपरी सीमा को ट्रोपोपॉज़ कहा जाता है।
क्षोभमण्डल
समतापमण्डल
मध्यमण्डल
तापमण्डल
बाह्यमण्डल
प्रश्न नं 32 -- ध्रुवीय प्रकाश को किस मंडल पर देखा जाता है ?
A) ट्रोपोस्फीयर
B) आयनोस्फियर
C) मेसोस्फीयर
D) स्ट्रैटोस्फियर
सही उत्तर -- B) आयनोस्फियर
व्याख्या ( Explanation)
आयनोस्फियर / आयनमंडल क्या है ?
पृथ्वी से वायुमंडल कीओर 80 किलोमीटर तक का सारा वायुमंडल आयनोस्फियर या फिर आयनोमंडल कहलाता है। आयनोस्फियर / आयन मंडल में हवा अपनी निचली हवा से कई गुना अधिक होती है पर याद रहे इस विशाल क्षेत्र में वायुमंडल की हवा की मात्रा से 200 वें भाग से भी कम मात्रा पाई जाती है। पृथ्वी से जो रेडियो तरंगें उत्पन्न होती हैं इस क्षेत्र से रेडिओधर्मी किरणें वापिस होकर पुनः पृथ्वी पर वापस आ जाती हैं जिन्हे रेडियोधर्मी तरंगे कहते हैं। इस क्षेत्र में आयनमंडल में इलेक्ट्रानों की संख्या हमेशा घटती या बढ़ती रहती है।
प्रश्न नं 33 -- वायुदाब किस यंत्र द्वारा मापा जाता है ?
A) बैरोमीटर द्वारा
B) एनिमोमीटर द्वारा
C) स्टीवेंसन स्क्रीन द्वारा
D) हाइड्रोमीटर द्वारा
सही उत्तर-- A) बैरोमीटर द्वारा
व्याख्या (Explanation)
बैरोमीटर क्या है ? / बैरोमीटर का अविष्कार
जैसे की हम पहले ही पढ़ चुके हैं की डर्टी पर भूकंप को मापने के लिए सिस्मोग्राफ यंत्र का प्रयोग किया जाता है उसी तरह से धरती के वायुमंडल में वायुदाब को मापने के लिए बैरोमीटर का प्रयोग अचानक गिरने से आँधी व तूफ़ान को मापने के लिए किया जाता है। बैरोमीटर या वायुदाबमापी ऐसा यंत्र है होता है जिसके माध्यम से वायुमण्डल के दबाव का अनुमान लगाया जाता है। इस यंत्र में पानी, हवा और पानी का इस्तेमाल किया जाता है। इस यंत्र की खोज इव्हानगेलिस्टा टोरिसेली ने की थी जो गेलिलियो के एक मेधावी छात्र थे और उन्होंने 1643 में में बैरोमीटर की खोज की थी।
प्रश्न नं 34 -- धरती की सतह पर सामान्य वायुदाब क्या है ?
A) 60 मिमी
B) 450 मि.मी.
C) 560 मि.मी.
D) 63 मि.मी.
सही उत्तर -- 60 मिमी
व्याख्या ( Explanation)
धरती का वायु दाब क्या है ?
वायुमंडलीय दबाव का अनुमान पृथ्वी के वायुमंडल के ऊपर हवा के भार से लगाया जा सकता है। वायुमंडल में मौजूद ऊपरी वायु के भार से वायुमण्डल के दाब का अनुमान लगाया जा सकता है। वायुमंडल के इस क्षेत्र में कम दबाव वाले क्षेत्रों में वायुमंडलीय द्रव्यमान कम होता है। जैसे-जैसे ऊँचाई बढ़ती है, इस स्तर से ऊपर का वायुमंडलीय द्रव्यमान घटता जाता है, इसलिए ऊँचाई बढ़ने के साथ दबाव कम होता जाता है। यही कारण है कि सभी पर्वतारोही ऑक्सीजन का उपयोग करते हैं।
प्रश्न नं 35 -- तूफान की वर्षा को वायुमंडल के किस मंडल में पर देखा जाता है ?
A) स्ट्रैटोस्फियर
B) मेसोस्फीयर
C) आयनोस्फियर
D) ट्रोपोस्फीयर
सही उत्तर-- ट्रोपोस्फीयर
व्याख्या ( Explanation)
तूफ़ानी वर्षा किस मंडल में होती है ?
धरती के वायुमंडल में पांच वायुमंडल हैं -- क्षोभमंडल,संताप मंडल, मध्य मंडल, आयनमंडल, और बहिर्मल क्षोभमंडल वायुमंडल की सबसे निचली परत या मंडल है। इस मंडल की औसत ऊँचाई 13 किमी. तक मानी गयी हैं। भारी मात्रा में गैसें तथा जलवाष्प का अधिकांश भाग क्षोभमंडल में पाया जाता है।व र्षा, कोहरा, आँधी, तूफान, ओला, पाला आदि इसी मंडल में घटित होती हैं। इसलिए इसे वर्षा का मंडल भी कहा जाता है।
प्रश्न नं 36 -- तिब्बत का पठार है किस से घिरा हुआ है ?
A) वनों से
B) पानी से
C) पहाड़ों से घिरा हुआ
D) वर्फ से
सही उत्तर -- C) पहाड़ों से घिरा हुआ
व्याख्या ( Explanation)
तिब्बत का पठार / दुनिया की छत
तिब्बत का पठार भारत के मिड्ल एशिया में स्थित है। यह पत्थर इतना विशाल कि उत्तर में हिमालय पर्वत शृंखला से लेकर टकलामकान रेगिस्तान तक फैला हुआ है। इस पठार का ज्यादा भाग चीन के अंदर आता है जो चीन के चिंग हई, पश्चिमी सीश्वान, दक्षिण-पश्चिमी गांसू में फैला हुआ है इसके इलावा इसका कुछ भाग यूनान में भी आता है। यह पठार उत्तर से दक्षिण 000 KM और पूर्व से पश्चिम में 2500 किलोमीटर तक फैला हुआ है।
प्रश्न नं 37 -- एशिया माइनर का पठार किन पहाड़ों से घिरा है ?
A) हिमालय और क्वींसलैंड पहाड़ों से
B) तियानसन और अल्तानिया पहाड़ों से
C) पोंटिक और टोरेस पहाड़ों से
D) पोंटिक और अल्तानिया पहाड़ों से
सही उत्तर-- C) पोंटिक और टोरेस
व्याख्या (Explanation)
एशिया में माइनर का पठार
यह पठार ईरान देश का प्रमुख पठार है और यह ईरान के पश्चिम में स्थित है इस की ऊंचाई समुद्र तल से औसत ऊंचाई पश्चिम में 2,000 फुट तक और पूर्व में 4,000 फुट तक है। यह पठार टॉरस और पॉण्टस पर्वतमालाओं से घिरा हुआ है। पर इस पठार में 10,000 फुट से भी अधिक ऊँचे पर्वत हैं।
प्रश्न नं 38 -- कोरोमंडल तट भारत के किस भाग में स्थित है ?
A) पृर्व पश्चिम भाग में
B) पश्चिम उत्तर भाग में
C) उत्तरी पूर्वी भाग है
D) दक्षिणी पूर्वी भाग है
सही उत्तर- दक्षिणी पूर्वी भाग है
व्याख्या ( Explanation)
कोरोमंडल तट
कोरोमंडल तट भारतीय प्रायद्वीप की दक्षिण-पूर्वी भाग है यह एक तटीय रेखा है। इसका इतिहास कहता है की इस स्थान पर चोल राजाओं ने शासन किया था उस वक्त इस का नाम चोल-मंडलम था। बाद में पुर्तगालियों एवं फ्रेंच उपनिवेश आने से उन्होंने इस का नाम बिगड़ गया और इसका नाम कोरमंडल रख गया। यह तमिलनाडु राज्य की तट रेखा है। तमिल में इसे चोलों द्वारा चोलामंडलम अर्थात चोल राजाओं का इलाका कहा जाता था।
प्रश्न नं 39 -- गोबी रेगिस्तान किस पठार पर स्थित है ?
A) तिब्बत
B) मंगोलिया
C) छोटानागपुर
D) झिंजियांग
सही उत्तर-- B) मंगोलिया
व्याख्या ( Explanation)
गोबी रेगिस्तान / मरुस्थल / गोबी रेगिस्तान / मरुस्थल कहां स्थित है ?
गोबी मरुस्थल चीन और मंगोलिया में स्थित है पर इसका ज्यादा भाग मंगोलिया में ही में आता है। यह विश्व के सबसे बड़े मरुस्थलों में से एक है। हम आपको बता दें की दुनिया में दो किस्म के मरुथल पाए जाते हैं 1 - ठन्डे मरुथल और गरम मरुथल। भारत में थार रेगिस्तान गर्म है और लदाख का मरुथल ठंडा है इसी तरह यह मरुथल भी ठंडा मरुथल है जिसका तापमान शून्य से चालीस डिग्री नीचे तक चला जाता है।
प्रश्न नं 40 -- भारत में परेशनाथ पहाड़ी किस पठार पर स्थित है ?
A) मेघालय पठार
B) लद्दाख पठार
C) डेक्कन पठार
D) छोटानागपुर पठार
सही उत्तर -- छोटा नागपुर पठार में
व्याख्या ( Explanation) /
छोटा नागपुर पठार / छोटा नागपुर पठार कहां स्थित है ?
पहले हम बता दें की नागपुर का नाम नागपुर नाग वंशी राजाओं ने रखा था। यह पठार भारत के पूर्वी भारत में स्थित एक पठार है। इस पठार का ज्यादा हिस्सा भारत के झारखंड राज्य में आता है पर इसके इलावा भारत के पश्चिम बंगाल, बिहार व छत्तीसगढ़ में भी यह फैला हुआ है। इसके पूर्व में सिन्धु-गंगा का मैदान और दक्षिण में महानदी हैं। इस पठार का कुल क्षेत्र फल 65,000 वर्ग किमी है।
Indian Geography Question Answer From 41- to- 45
प्रश्न नं 41 -- सैंडस्टोन किस प्रकार की चट्टान का एक उदाहरण है ?
A) ज्वालामुखी चट्टान
B) अवसादी चट्टान
C) परिवर्तित चट्टान
D) कोई नहीं
सही उत्तर-- B) अवसादी चट्टान
व्याख्या ( Explanation)
अवसादी चट्टानें (Sedimentary rock) / अवसादी चट्टानें (Sedimentary rock) क्या होती हैं ?
प्रकृति के कारकों द्वारा निर्मित छोटी-छोटी चट्टानें किसी स्थान पर जमा हो जाती हैं और बाद में रासायनिक प्रतिक्रिया या अन्य कारणों से यह परत ठोस भाग में परिवर्तित हो जाती है फिर इसे अवसाद चट्टानें (Sedimentary rock) कहते हैं। इन चट्टानों से बनने वाली चीजें बलुआ पत्थर, चूना-पत्थर, स्लेट, कांग्लोमरेट, नमक की चट्टान और शेलखरी हैं या इसके उदाहरण हैं।
प्रश्न नं 42 -- राज महल की पहाड़ियाँ किन चट्टानों से बनी है और भारत के किस भाग में स्थित हैं ?
A) ग्रेनाइट की चटानों से
B) बेसाल्ट की चटानों से
C) परफ़ॉर्मर की चटानों से
D) चूना पत्थर की चटानों से
सही उत्तर -- B) बेसाल्ट की चटानों से
व्याख्या ( Explanation)
राज महल की पहाड़ियाँ / राज महल की पहाड़ियाँ कहां स्थित हैं ?
भारत में राजमहल पहाड़ियाँ झारखण्ड राज्य में स्थित हैं। ये पहाड़ियों छोटा नागपुर पठार के उत्तर-पूर्वी भाग में स्थित हैं। इन पहाड़ियों का निर्माण बेसाल्ट की चटानों से हुआ है। भुविज्ञानिओं का कहना है इन चट्टानो का निर्माण जुरासिक युग में ज्वाला मुखी के फटने से हुआ है। जब ज्वाला मुखी फटा और लावा निकला लावा ठंडा होनर के बाद 300 से 450 मीटर ऊँचे भू-भाग का निर्माण हुआ और ये पहाड़ियां बनी। इस भाग में ही मैं बेसाल्ट चट्टानों के अवशेष मिले हैं
प्रश्न नं 43 -- तमिलनाडु में स्थित वृहदेश्वर मंदिर किन चट्टानों से बना है ?
A) आग्नेय चट्टानों से
B) अवसादी चट्टानों से
C) रूपांतरित चट्टानों से
D) लाल चट्टानों से
सही उत्तर -- आग्नेय चट्टानों से
व्याख्या ( Explanation)
वृहदेश्वर मंदिर / आग्नेय चट्टाने
मुख्य रूप से तीन किस्म की चट्टाने धरती पर पाई जाती हैं आग्नेय चट्टाने,अवसादी चट्टाने और रूपांतरित चट्टाने। 'ग्रैनाइट' शब्द का सर्वप्रथम उपयोग प्राचीन इटालियन संग्रहकर्ताओं ने किया था। ग्रैनाइट पृथ्वी के प्रत्येक में विश्व में हर जगह पाया जाता है। भारत में भी ये प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। भारत में ये मैसूर, उत्तर आरकट, मद्रास, राजपूताना, सलेम, बुंदेलखंड और सिंहभूमि की भूमि में पाया जाता है। तमिलनाडु के तंजावुर नगर में स्थित वृहदेश्वर मंदिर विश्व का पहला ऐसा मंदिर है जो ग्रेनाइट पत्थर से बनाया गया है।
ग्रैनाइट पुरे विश्व में पाया जाता है। भारत में भी यह प्रचुरता से मिलता है। मैसूर, उत्तर आरकट, मद्रास, राजपूताना, सलेम, बुंदेलखंड और सिंहभूमि में पर्याप्त प्राप्त होता है। हिमालय प्रदेशों में भी ग्रैनाइट शिलाएँ विद्यमान हैं। तमिलनाडु के तंजावुर नगर में स्थित वृहदेश्वर मंदिर विश्व का पहला ऐसा मंदिर है जो ग्रेनाइट पत्थर से बनाया गया है।
प्रश्न नं 44 -- जीवाश्म किस प्रकार की चट्टानों में देखे जा सकते हैं?
A) ज्वालामुखी चट्टान में
B) अवसादी चट्टान में
C) परिवर्तित चट्टान में
D) कोई नहीं
सही उत्तर-- अवसादी चट्टान में
व्याख्या ( Explanation)
जीवाश्म क्या होते हैं ?
जीवाश्म की उत्पत्ति लैटिन शब्द "फ़ॉसिलस" से जिसका अर्थ होता है "खोदकर प्राप्त की गई वस्तु" जीवाश्म शब्द से अतीत काल के भौमिकीय युगों के उन जैव अवशेषों से तात्पर्य है जो भूपर्पटी के अवसादी शैलों से प्राप्त किये जाते हैं। जीवाश्म शैलों का मतलब हम जीवों से भी का कर सकते हैं।
प्रश्न नं 45 -- भारत में बाघ संरक्षण कब शुरू हुआ और इसके पीछे क्या इतिहास है ?
A) 1 अप्रैल 1973 को
B) 2 अगस्त 1984 को
C) 9 सितंबर 1956 को
D) 5 जून 199 को
सही उत्तर -- 1 अप्रैल 1973
व्याख्या ( Explanation)
बाघ संरक्षण प्रोजेक्ट
बाघ जानवरों में बहुत ताकत वर प्राणी है पर पुरे विश्व में इस प्राणी की प्रजाति अब विलुप्त होने के कगार प् आ गयी है। इसका कारण है अवैध शिकार पूरी दुनिया में अब ये 6000 से भी काम मात्रा ,में बचे हैं। इनके 4000 के लगभग भारत में हैं। इसकी नों किस्मे होती हैं और इनमे से तीन प्रजातियाँ विलुप्त हो चुकी हैं। बाघ का वैज्ञानिक नाम होता है पेंथेरा टाइगर्स । 1 अप्रैल 1973 में बाघों की प्रजाति या बाघों के सरक्षण के लिए भारत सरकर ने बाघ सरक्षण अधिनियम बनाया था।