बांदा जिला उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में से एक है। हर जिले की जानकारी जरूरी है और उत्तर प्रदेश में होने वाली सभी परीक्षाओं में हर जिले से सवाल पूछे जाते हैं इस जिले से भी एक या दो सवाल पूछे जाते है इस लिए GK Pustak के माध्यम से आज हम उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के सामान्य ज्ञान की जानकारी हिंदी में लाये हैं। इस पोस्ट में बांदा जिले के इतिहास,भूगोल,जनसंख्यिकी 2011, प्रशासनिक ढांचे, नदियों और मंदिरों की जानकारी दी गई है।
Uttar Pradesh Banda district GK in Hindi
उत्तर प्रदेश के बांदा जिले का इतिहास | Banda district History GK
प्रागैतिहासिक काल में इस क्षेत्र में आदि वासी निवास किया करते थे। अगर इतहास की बात करें तो ऋग्वेद में इस क्षेत्र में आर्य लोंगो का उल्लेख भी किया गया है। इस क्षेत्र के सबसे पहले ज्ञात पारंपरिक शासक यायात्री थे जिनके सबसे बड़े पुत्र यदु को यह क्षेत्र विरासत में मिला था, बाद में उनकी संतानों द्वारा इसका नाम चेदि-देश रखा गया।
इस जिले का नाम ऋषि बाम देव से पड़ा है। इस इसका नाम पहले बमंदा था और बाद में बाँदा पड़ा। ये भी माना जाता है ी कि भगवान राम जी ने अपने 14 के वनवास में से 12 साल चित्रकूट में बिताये हैं और बांदा जिला पहले चित्तर कूट का ही हिस्सा हुआ करता था।
यह क्षेत्र चौथी शताब्दी ईसा पूर्व के आसपास मगध के नंद साम्राज्य में मिला दिया गया था, बाद में इसने 236 ईसा पूर्व में अशोक की मृत्यु तक मौर्य साम्राज्य के तहत क्षेत्र का गठन किया। 1762 में अवध नवाब ने बुंदेलखंड को जीतने की कोशिश की, लेकिन बुंदेलों की एकजुट ताकतों ने तिंदवारी क्षेत्र के निकट नवाब की सेना का लगभग सफाया कर दिया।
कमांडर करामत खान और राजा हिम्मत बहादुर को पलायन करने के लिए यमुना में कूदना पड़ा। धीरे-धीरे 18 वीं शताब्दी के अंत तक बुंदेला-शक्ति लगभग अपंग हो गई, क्योंकि उत्तराधिकारी बुंदेला प्रमुखों में झगड़े हुए, जिसके परिणामस्वरूप वही हुआ।
उत्तर प्रदेश के 1998 के विलय नोटिफिकेशन में एक न्य जिला सामने आया जिसका नाम चित्र कूट था। यह जिला कारवी और मऊ तहसीलों के साथ मिलाने से बना। बाँदा जिला पांच तहसीलों से बना बबेरू, बाँदा, अतर्रा, पेलानी और नरैनी
बाँदा जिले का भूगोल | Banda District Geography GK
- बाँदा जिले की मानचित्र में अक्षांश स्थिति -- 24.53° से 25.55° उत्तर
- बाँदा जिले की मानचित्र में देशांतर स्थिति -- 80.07° से 81.34° पूर्व
- बाँदा जिले का डिवीज़न -- चितरकूट
- बाँदा जिले के पूर्व में स्थित स्थान -- उत्तर प्रदेश का प्रयाग राज
- बाँदा जिले के पश्चिम में स्थित स्थान -- उत्तर प्रदेश का महोबा जिला
- बाँदा जिले के उत्तर में स्थित स्थान -- उत्तर प्रदेश का फतेहपुर और हमीरपुर जिला
- बाँदा जिले के दक्षिण में स्थित स्थान -- उत्तर प्रदेश का सतना और पन्ना जिला
- जिले का गर्मियों में न्यूनतम और अधिकतम तापमान -- 25 डिग्री और 42 डिग्री
- जिले का सर्दियों में न्यूनतम और अधिकतम तापमान -- 20 डिग्री और 28 डिग्री
- बाँदा जिले की प्रमुख फसलें -- धान, गेहूं, उड़द,मूंग अरहर, सरसों, आदि।
- बाँदा जिले की जलवायु -- शुष्क और आद्रता भरी
- बाँदा जिले में पाई जाने वाली मिट्टी -- दोमट और जलोढ़ मिट्टी
जिले में बड़े पैमाने पर अनियमित क्षेत्र होते हैं जिनमें तराई के साथ चट्टानों के बहिर्वाह होते हैं, जो बारिश के मौसम में अक्सर पानी के नीचे होते हैं। बाघिन नदी जिले को दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व में ले जाती है। अन्य महत्वपूर्ण नदियाँ पूर्व में केन नदी और उत्तर में यमुना हैं। इस क्षेत्र के प्रमुख समुदाय क्षत्रिय, पटेल, चंद्रराल, चंदेल, बुंदेल आदि हैं।
बाँदा जिले की जनसंख्यिकी | Demographics GK 2011
- जिले का कुल क्षेत्र फल -- 4408 वर्ग किलोमीटर
- बाँदा जिले की कुल जनसंख्या -- 1799410
- बाँदा जिले की पुरुष कुल जनसंख्या -- 965876
- बाँदा जिले की स्त्री कुल जनसंख्या -- 833534
- जनसंख्या में दसकीय वृद्धि दर -- 17.05%
- जिले का औसत लिंगानुपात -- 863 /1000
- जिले का शिशु औसत लिंगानुपात -- 902 / 1000
- जिले का जनसंख्या घनत्व -- 408 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर
- जिले की औसत साक्षरता दर -- 66.67 %
- जिले की पुरुष औसत साक्षरता दर -- 77. 78 %
- जिले की स्त्री औसत साक्षरता दर -- 53.67 %
- जिले की शहरी आबादी प्रतिशत -- 15 . 32 %
- जिले की गांव की आबादी प्रतिशत -- 84.68 %
बाँदा जिले का प्रशासनिक ढाँचा
- बाँदा जिले की तहसीलों की संख्या -- 4
- बाँदा जिले की तहसीलों के नाम -- बांदा, नरैनी, बबेरू, अतर्रा
- जिले के विकास खण्डों की संख्या -- 8
- जिले के विकास खंडों के नाम -- बडोखर, महुव, बबेरू, बिसंडा बबेरू, कमासिन, जसपुर,नरैनी ,तिंदवारी बांदा
- बाँदा जिले की लोकसभा सीटों की संख्या -- 1 ( बाँदा)
- बाँदा जिले की विधानसभा सीटों की संख्या -- 4
- जिले की विधानसभा क्षेत्र के नाम -- बाँदा – 235, तिन्दवारी – 232, बबेरु – 233, नरैनी – 234
- जिले में कुल गांव की संख्या -- 761
- बाँदा जिले में नगर परिषद की संख्या -- 2
- जिले में नगर परिषद का नाम -- बाँदा नगर पालिका परिषद, अतर्रा नगर पालिका परिषद
- बाँदा जिले में नगर पंचायतों की संख्या -- 8
- जिले की नगर पंचायतों के नाम -- मटौंध नगर पंचायत, तिंदवारी नगर पंचायत, बबेरू नगर पंचायत, बिसण्डा नगर पंचायत,ओरन नगर पंचायत, नरैनी नगर पंचायत।
बाँदा जिले की शिक्षा और संस्थान
- जवाहर नवोदय विद्यालय दुरेडी बांदा
- औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान बांसी अतर्रा बाँदा
- औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान मोतिहारी बाँदा
- राजकीय आई.टी.आई.बाँदा
बाँदा जिले की नदियां | Banda district Rivers GK
जिले में तराई क्षेत्र होने की वजह से यह चट्टानों से घिरा हुआ है। यह क्षेत्र अक्सर पानी के अधीन रहता है। बाघिन नदी इस जिले को दक्षिण-पश्चिम से उत्तर-पूर्व में ले जाती है। इस जिले की और दो महत्वपूर्ण नदियाँ केन और यमुना नदियां हैं।
बाँदा में यमुना नदी
इस नदी को उत्तर प्रदेश के नदी तंत्र का जरूरी हिस्सा माना जाता है। इस नदी की उत्तर प्रदेश में कुल लम्बाई 215 किलोमीटर है। 130 किलोमीटर बांदा जिले में और 85 किलोमीटर यह नदी चित्रकूट में बहती है।
बाँदा में केन नदी
यह नदी इस जिले में दो किलोमीटर को छूती है। यह नदी नरैनी तहसील के ग्राम बिलहरी के पास बांदा को छूती है और यहाँ बहने के बाद उत्तर प्रदेश के छतर पुर जिले की और मूड जाती है।
बाघिन नदी
बाँदा जिले की बाघिन तीसरी महत्वपूर्ण नदी है। ह नदी उत्तर प्रदेश में पन्ना जिले में प्रवेश करती है जिसका नाम कोहड़ी है। बाँदा जिले में यह नरैनी गांव के पास प्रवेश करती है। यह बांदा जिले के उत्तर पूर्व में बहकर बाँदा जिले की अतर्रा, बबेरू और करवी तहसीलों के बीच बहती और उसके बाद चित्तरकूट में प्रवेश करती है।
बाँदा जिले में मंदिर
- माहेश्वरी देवी मंदिर
- हनुमान मंदिर
- श्री राज मंदिर
- दुर्गा मंदिर
- शिव मंदिर
- राम मंदिर बनियोटा
- बंबइश्वर मंदिर