हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले का अपना ही इतिहास है। यहां पर संबंधित सवालों को हल खूबसूरत पर्यटन स्थल हैं। यहां के पर्यटन स्थलों में रिवाल्सर झील का अपना ही इतिहास है। अक्सर देखा गया है कि बाहर से आने वाले सैलानी इसके बारे में जानना चाहते हैं।सैलानी ही नहीं हिमाचल प्रदेश में होने वाली विभिन्न परीक्षाओं में भी रिवाल्सर झील से अक्सर सवाल पूछा जाता है। Gk Pustak के इस भाग में हम ये बताने की कोशिश करेंगे की मंडी में स्थित रेवाल्सर झील का निर्माण कैसे हुआ था।
पौराणिक कथा के अनुसार ऐसा माना जाता है की की मंडी के राजा अर्श-धर की बेटी ने बौद्ध धर्म को मानने वाले गुरु पद्मसंभव से शिक्षा ग्रहण की है तो उन्होंने गुस्से में आकर गुरु पद्मसंभव को जिंदा जलाने के लिए चिता बनाई। इसका कारण ये था की उस वक्त बौद्ध धर्म को शंका की दृष्टि से देखा जाता था। राजा ने गुरु पद्मसंभव को जिंदा जलाने का आदेश दिया। गुरु पद्मसंभव की चिता सात दिन तक जलती रही। सात दिन के बाद इस जगह से पानी निकला और वहां एक झील बन गई।
इसी झील से सोलह वर्ष की किशोर उम्र में ऋषि पद्मा संभव प्रकट हुए। इससे राजा को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने इस गलती का पश्चाताप करने के लिए अपनी बेटी का विवाह गुरु पद्मसंभव से कर दिया था। गुरु पद्मसंभव की राख से जो पानी निकला उसी से ये सरोवर बना था।
यहां पर गुरु पद्मसंभव की एक भव्य मूर्ति है जो यहां पर आने वाले सेनानियों के लिए आकर्षण और श्रद्धालुओं के लिए पूजा का केंद्र है। ऐसा माना जाता है की सरोवर में एक किनारे से दूसरे किनारे तक जो टीले चलते हैं उनमें गुरु पद्मसंभव की आत्मा वास करती है।
सरोवर में मछलियां :-- रिवाल्सर में जो मछलियां हैं वो भी आकर्षण का केंद्र हैं। पर यहां की मछलियों को पवित्र माना जाता है और लोग उन्हें खाना खिलाते हैं। इन मछलियों को खाना यहां के मंदिर प्रशासन की इजाजत से ही खिलाया जाता है।
रिवालसर झील की कहानी :
रिवाल्सर झील का परिचय :- रिवाल्सर झील हिमाचल प्रदेश की एक महत्वपूर्ण झील है जिसे त्सो पेमा लोटस झील के नाम से भी जाना जाता है।यह झील हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले दक्षिणी भाग में स्थित है। यह मंडी से लगभग 23 किलोमीटर है। यह आकार में चकोर है। नैना देवी मंदिर से ये 10 किलोमीटर की दूरी पर है।
पौराणिक कथा के अनुसार कैसे हुआ था रिवालसर झील का निर्माण:
पौराणिक कथा के अनुसार ऐसा माना जाता है की की मंडी के राजा अर्श-धर की बेटी ने बौद्ध धर्म को मानने वाले गुरु पद्मसंभव से शिक्षा ग्रहण की है तो उन्होंने गुस्से में आकर गुरु पद्मसंभव को जिंदा जलाने के लिए चिता बनाई। इसका कारण ये था की उस वक्त बौद्ध धर्म को शंका की दृष्टि से देखा जाता था। राजा ने गुरु पद्मसंभव को जिंदा जलाने का आदेश दिया। गुरु पद्मसंभव की चिता सात दिन तक जलती रही। सात दिन के बाद इस जगह से पानी निकला और वहां एक झील बन गई।
इसी झील से सोलह वर्ष की किशोर उम्र में ऋषि पद्मा संभव प्रकट हुए। इससे राजा को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने इस गलती का पश्चाताप करने के लिए अपनी बेटी का विवाह गुरु पद्मसंभव से कर दिया था। गुरु पद्मसंभव की राख से जो पानी निकला उसी से ये सरोवर बना था।
रिवाल्सर के आकर्षक स्थल --- रिवाल्सर में आकर्षक स्थल हैं।
गुरु रिनपोचे (पद्मसंभव ) की विशाल मूर्ति
यहां पर गुरु पद्मसंभव की एक भव्य मूर्ति है जो यहां पर आने वाले सेनानियों के लिए आकर्षण और श्रद्धालुओं के लिए पूजा का केंद्र है। ऐसा माना जाता है की सरोवर में एक किनारे से दूसरे किनारे तक जो टीले चलते हैं उनमें गुरु पद्मसंभव की आत्मा वास करती है।
सरोवर में मछलियां :-- रिवाल्सर में जो मछलियां हैं वो भी आकर्षण का केंद्र हैं। पर यहां की मछलियों को पवित्र माना जाता है और लोग उन्हें खाना खिलाते हैं। इन मछलियों को खाना यहां के मंदिर प्रशासन की इजाजत से ही खिलाया जाता है।
मानी पानी बौद्ध मठ :-- यहां पर मानी पानी नामक एक बौद्ध मठ है। पर इसके साथ यहां पर एक पवित्र गुरु दुआरा भी है। यहां के मठ की रचना ऐसे की गई है की वह सभी के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस मठ में सभी धर्मों के आने जाने की इजाजत है और ये ये पूजा का केंद्र बना हुआ है।
कृष्ण मंदिर और शिव मंदिर हिन्दू धर्म के लोगों के लिए यहां पर कृष्ण और शिव का मंदिर है जिसमे कई लोग पूजा अर्चना आते हैं। रिवाल्सर मुख्य तौर से बौद्ध धर्म का पवित्र स्थल माना जाता है पर इसके साथ यहां हिन्दू और सिख धर्म के लोगों की भी पवित्र नगरी है।
रिवाल्सर साहिब गुरु दुआरा Shikhism in History of Riwalsar Lake} :-- यहाँ पर एक रिवाल्सर साहिब गुरुद्वारा साहिब है जो सिख धर्म के लिए भी आकर्षण और धार्मिक स्थल का केंद्र बना हुआ है। सिखों के दसवें गुरु गुरु श्री गोविंद सिंह जी यहां पर मुग़लों से युद्ध में सहायता मांगने के लिए यहां पर आये थे और लो-मास ऋषि के आश्रम में 30 दिन के लिए ठहरे थे। मंडी के राजा जोगिंदर सेन ने इस गुरुद्वारा साहब का निर्माण 1930 में करवाया था तब से ये स्थान सिख श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
रिवाल्सर पहुँचने के लिए आपको सबसे पहले आपको पठानकोट आना पड़ेगा। अगर आप बस से आ रहे हैं तो आपको पठानकोट की बॉस सर्विस मिल जाएगी। मंडी से रिवाल्सर 24 किलोमीटर दूर है। यहां से टैक्सी या बस सर्विस से रेवाल्सर पहुँच सकते हैं। धर्मशाला से ये 155 किलो मीटर दूर है।
प्रश्न 2 -- रिवाल्सर झील का संबंध ज्यादातर किस धर्म से है ?
उत्तर -- बौद्ध धर्म से।
प्रश्न 3 -- बौद्ध धर्म के कौन से गुरु थे जिनकी चिता जलने के बाद यहाँ पर झील का निर्माण हुआ था ?
उतर -- गुरु पद्मसंभव
प्रश्न 4 -- गुरु पद्मसंभव की चिता यहां पर कितने दिन जलती रही ?
उत्तर -- सात दिन तक।
प्रश्न 5 -- सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी रिवाल्सर में कितने दिन तक ठहरे थे ?
उत्तर -- 30 दिन तक।
प्रश्न 6 -- रिवाल्सर में गुरुद्वारा साहिब का निर्माण कब करवाया गया था ?
उत्तर -- 1930 में
प्रश्न 7 -- रिवाल्सर में गुरुद्वारा साहिब का निर्माण किसने करवाया था ?
उत्तर -- मंडी के राजा जोगिंदर सेन ने
कृष्ण मंदिर और शिव मंदिर हिन्दू धर्म के लोगों के लिए यहां पर कृष्ण और शिव का मंदिर है जिसमे कई लोग पूजा अर्चना आते हैं। रिवाल्सर मुख्य तौर से बौद्ध धर्म का पवित्र स्थल माना जाता है पर इसके साथ यहां हिन्दू और सिख धर्म के लोगों की भी पवित्र नगरी है।
रिवाल्सर साहिब गुरु दुआरा Shikhism in History of Riwalsar Lake} :-- यहाँ पर एक रिवाल्सर साहिब गुरुद्वारा साहिब है जो सिख धर्म के लिए भी आकर्षण और धार्मिक स्थल का केंद्र बना हुआ है। सिखों के दसवें गुरु गुरु श्री गोविंद सिंह जी यहां पर मुग़लों से युद्ध में सहायता मांगने के लिए यहां पर आये थे और लो-मास ऋषि के आश्रम में 30 दिन के लिए ठहरे थे। मंडी के राजा जोगिंदर सेन ने इस गुरुद्वारा साहब का निर्माण 1930 में करवाया था तब से ये स्थान सिख श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
रिवाल्सर कैसे पहुंचें
रिवाल्सर पहुँचने के लिए आपको सबसे पहले आपको पठानकोट आना पड़ेगा। अगर आप बस से आ रहे हैं तो आपको पठानकोट की बॉस सर्विस मिल जाएगी। मंडी से रिवाल्सर 24 किलोमीटर दूर है। यहां से टैक्सी या बस सर्विस से रेवाल्सर पहुँच सकते हैं। धर्मशाला से ये 155 किलो मीटर दूर है।
FAQ ( Frequently Asked Question)
प्रश्न 1 -- रिवाल्सर झील किस जिले में स्थित है ?
उत्तर -- हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में ?प्रश्न 2 -- रिवाल्सर झील का संबंध ज्यादातर किस धर्म से है ?
उत्तर -- बौद्ध धर्म से।
प्रश्न 3 -- बौद्ध धर्म के कौन से गुरु थे जिनकी चिता जलने के बाद यहाँ पर झील का निर्माण हुआ था ?
उतर -- गुरु पद्मसंभव
प्रश्न 4 -- गुरु पद्मसंभव की चिता यहां पर कितने दिन जलती रही ?
उत्तर -- सात दिन तक।
प्रश्न 5 -- सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी रिवाल्सर में कितने दिन तक ठहरे थे ?
उत्तर -- 30 दिन तक।
प्रश्न 6 -- रिवाल्सर में गुरुद्वारा साहिब का निर्माण कब करवाया गया था ?
उत्तर -- 1930 में
प्रश्न 7 -- रिवाल्सर में गुरुद्वारा साहिब का निर्माण किसने करवाया था ?
उत्तर -- मंडी के राजा जोगिंदर सेन ने