HP Rivers in Hindi | हिमाचल प्रदेश की नदियों से सबंधित जरुरी प्रश्न उत्तर
Five Rivers of Himachal Pradesh : हम सभी जानते हैं कि हिमाचल प्रदेश में होने वाली परीक्षाओं में हिमाचल प्रदेश में बहने वाली नदियों के बारे में सवाल सवाल जरूर पूछा जाता है। जैसे हिमाचल प्रदेश में बहने वाली पांच नदियों का नाम, हिमाचल प्रदेश की सबसे छोटी नदी नाम क्या है ? ब्यास नदी कहां से निकलती है, रावी नदी कहां से निकलती है। तो हम GK Pustak के माध्यम से हिमाचल प्रदेश की नदियों की जानकारी यहां पर हिंदी में दे रहे है जो आपके आने वाली किसी भी परीक्षा में काम आएगी।
1. हिमाचल प्रदेश में रावी नदी | Ravi River
रावी नदी हिमाचल प्रदेश, भारत में एक महत्वपूर्ण नदी है। यह नदी हिमाचल प्रदेश के पश्चिमी भाग में स्थित है और हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों से होकर बहती है। यह नदी प्रमुखतः कांगड़ा, चम्बा और ऊना जिलों से गुजरती है।
रावी नदी की उत्पत्ति हिमाचल प्रदेश के रावी खण्ड की ऊचाईयों से होती है, जहां बर्फीले हिमनद और ग्लेशियर्स से पानी संग्रहित होकर नदी के रूप में बहता है। यह नदी लगभग 158 किलोमीटर की लंबाई में बहती है और श्रीमहादेव झील के पास से होकर पाकिस्तान के सीमा पास बगा तक बहती है।
रावी नदी अपार प्राकृतिक सौंदर्य के साथ हिमाचल प्रदेश में प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। कांगड़ा और चम्बा जैसे जिलों में नदी के किनारे आनंददायक पर्यटन स्थल स्थापित हैं जहां आप चिड़ियाघर, बौद्ध मठ, प्राचीन मंदिर और आप्रवासी द्वीपों का आनंद ले सकते हैं।
इसके अलावा, रावी नदी का पानी बाढ़ नियंत्रण, जल आपूर्ति, जल विद्युत उत्पादन और कृषि के लिए भी महत्वपूर्ण है। हिमाचल प्रदेश में रावी नदी के ऊपर कई बाँध और जलविद्युत आयोजन स्थापित किए गए हैं जो प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
हिमाचल में रावी नदी से जुड़े कुछ जरुरी प्रश्न उत्तर :
प्रश्न : रावी नदी का उद्गम स्थान या रावी नदी कहां से निकलती है ?
उत्तर : बड़ा बंगाल (ज़िला काँगड़ा ) भादल और तांतगिरि हिमखंडों से बनती है
प्रश्न : रावी नदी का वैदिक नाम क्या है ?
उत्तर : रावी नदी का वैदिक नाम परुष्णी है।
प्रश्न : रावी नदी का संस्कृत नाम क्या है ?
उत्तर : रावी नदी का संस्कृत नाम इरावती है।
प्रश्न : रावी नदी की सहायक नदियां कौन कौन सी हैं ?
उत्तर : भादल,स्यूल ,बैरा , तांतगिरि, चिदचिण्ड़ नाला
प्रश्न : रावी नदी हिमाचल प्रदेश में कितनी दूरी तय करती है ?
उत्तर : रावी नदी हिमाचल प्रदेश में 158 किलोमीटर का रास्ता तय करती है।
प्रश्न : रावी नदी हिमाचल प्रदेश हिमाचल प्रदेश के किस स्थान पर हिमाचल प्रदेश को छोड़ती है ?
उतर : रावी नदी हिमाचल प्रदेश के जिला चम्बा के खेरी नामक स्थान पर हिमाचल प्रदेश को छोड़ती है और जम्मू -कश्मीर enter करती है।
प्रश्न : जिला चंबा रावी नदी के किस ओर स्थित है ?
उत्तर : चम्बा नामक स्थान इस नदी के दाएं और स्थित है।
प्रश्न : रावी के किनारे हिमाचल प्रदेश के कौन कौन से शहर बसे हुए हैं ?
चंबा।
2. हिमाचल प्रदेश में सतलुज नदी | Staluj River
हिमाचल प्रदेश में सतलुज नदी एक महत्वपूर्ण नदी है। यह नदी भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी भाग में स्थित है और भारत-तिब्बत सीमा के पास से होकर बहती है। सतलुज नदी की उत्पत्ति तिब्बत के मानसरोवर झील से होती है, जहां से इसकी प्रवाह भारतीय प्रशांत महासागर में होती है।
हिमाचल प्रदेश में सतलुज नदी का महत्वपूर्ण भूमिका है, और यह प्रदेश के आर्थिक, सांस्कृतिक और पर्यटनिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देती है। इसके उच्च भूमिगत इंजीनियरिंग और प्लानिंग ने इसे जलविद्युत उत्पादन के लिए उपयोग किया है। सतलुज नदी के उपनदियों पर कई बांधों का निर्माण किया गया है, जिनमें भाखरा नंगल बांध और नाथपानी बांध प्रमुख हैं। ये बांध जलविद्युत उत्पादन, सिंचाई, और जल संग्रह कार्यों के लिए महत्वपूर्ण हैं।
सतलुज नदी के किनारे कई पर्यटन स्थल भी हैं जो पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनते हैं। इसके किनारे के क्षेत्र में नैनदेवी मंदिर, भाखरा बांध, नाथपानी बांध, और रंगीरेट घाटी जैसे प्रमुख पर्यटन स्थल स्थित हैं। सतलुज नदी के किनारे घूमने और यात्रा करने का अनुभव प्राकृतिक सुंदरता को देखते हुए बेहद आकर्षक होता है।
इस प्रकार, हिमाचल प्रदेश में सतलुज नदी एक महत्वपूर्ण नदी है जिसका उपयोग जलविद्युत उत्पादन और पर्यटन के क्षेत्र में किया जाता है। यह प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और पर्यटन संबंधी गतिविधियों के लिए भी महत्वपूर्ण स्रोत है।
सतलुज नदी से जुड़े कुछ जरुरी प्रश्न उत्तर :
प्रश्न : सतलुज नदी का वैदिक नाम क्या है ?
उत्तर : सतलुज नदी का वैदिक नाम सतुद्री है।
प्रश्न : सतलुज नदी का संस्कृत नाम क्या है ?
उत्तर : सतलुज नदी का संस्कृत नाम शतद्रु है।
प्रश्न : सतलुज नदी का उद्गम स्थान(source of water ) कौन सा है ?
उत्तर : सतलुज नदी का उद्गम स्थान(source of water ) तिब्बत के मानसरोवर झील के रक्षताल नामक है।
प्रश्न : सतलुज नदी की सहायक (tributaries) नदियां कौन कौन सी हैं ?
उत्तर : सतलुज नदी की सहायक (tributaries) नदियां बसपा,स्पीति ,स्वां ,नोगली हैं।
प्रश्न : सतलुज नदी का हिमाचल प्रदेश में कुल कितना क्षेत्रफल है ?
उत्तर : हिमाचल में सतलुज नदी कुल 320 km की दूरी तय करती है।
प्रश्न : सतलुज नदी का कुल जल ग्रहण का क्षेत्र कितना है ?
उत्तर : सतलुज नदी का कुल जल ग्रहण का क्षेत्र 20000 km वर्ग km है।
प्रश्न : हिमाचल प्रदेश की सबसे लम्बी नदी कौन सी है ?
उत्तर : सतलुज नदी ही हिमाचल प्रदेश की सबसे लंबी नदी है
प्रश्न : सतलुज नदी हिमाचल प्रदेश के किस स्थान पर हिमाचल प्रदेश में प्रवेश करती है।
उत्तर : सतलुज नदी हिमाचल प्रदेश में शिपकिला नामक स्थान पर हिमाचल में प्रवेश करती है।
प्रश्न : सतलुज नदी हिमाचल प्रदेश को छोड़कर किस स्थान पर पंजाब में प्रवेश करती है ?
उत्तर : भाखड़ा नामक स्थान पर ये नदी पंजाब में प्रवेश करती है।
प्रश्न : किस नदी पर विश्व का सबसे बड़ा भाखड़ा बांध बनाया गया है ?
उत्तर : सतलुज नदी पर।
प्रश्न : भाखड़ा बांध की कब बनाया गया है ?
उत्तर : भाखड़ा बांध1963 में इस नदी पर बनाया गया था।
प्रश्न : गोविंद सागर नामक सबसे बड़ी (हिमाचल ) कृत्रिम झील किस नदी पर स्थित है ?
उत्तर : गोविंद सागर नामक सबसे बड़ी (हिमाचल ) कृत्रिम झील सतलुज नदी पर स्थित है।
प्रश्न : सतलुज के किनारे हिमाचल प्रदेश के कौन कौन शहर बसे हुए शहर हैं।
उत्तर : रामपुर तथा बिलासपुर।
3. हिमाचल प्रदेश में यमुना नदी | Yamuna River
हिमाचल प्रदेश में यमुना नदी का उद्गम स्थल यमुनोत्री ग्लेशियर है, जो उत्तराखंड राज्य में स्थित है। यमुनोत्री ग्लेशियर यमुनोत्री धाम के नाम से मशहूर है, जो हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के सीमांत पर स्थित है। यह यमुना नदी का प्रमुख उद्गम स्थल है और इसके उत्तरी दिशा में यमुना नदी पहले हिमाचल प्रदेश में बहती है।
हिमाचल प्रदेश में यमुना नदी का अधिकांश भाग उत्तरी क्षेत्रों से होकर बहता है। यह नदी हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में से होकर गुजरती है, जैसे कि शिमला, सिरमौर, यमुनानगर, और ऊना जिला। यमुना नदी हिमाचल प्रदेश के विभिन्न गांवों, शहरों और पर्यटन स्थलों से गुजरती है और अपनी सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है।
यमुना नदी का महत्वपूर्ण प्रभाव हिमाचल प्रदेश के कई जीवनाश्रयों, जलवायु संधारण क्षेत्रों, वन्यजीव और प्राकृतिक संपदा पर होता है। इसका पानी जलवायु नियंत्रण, सिंचाई, और जलयान सुविधा के लिए उपयोगी होता है।
यमुना नदी के किनारे कई प्रमुख पर्यटन स्थल हैं, जिनमें शिमला, कुल्लू, मनाली, केदारनाथ, और हरिद्वार शामिल हैं। यहां पर्यटक यमुना नदी के किनारे घूमने, पानी में स्नान करने और यात्रा का आनंद लेने आते हैं।
यमुना नदी हिमाचल प्रदेश का महत्वपूर्ण जीवनरेखा है और वहाँ के लोगों के लिए महत्वपूर्ण संसाधन है। इसके साथ ही, यमुना नदी की सुरक्षा और संरक्षण महत्वपूर्ण है ताकि इसकी प्राकृतिक संपदा और जीवनधारा सुरक्षित रह सकें।
हिमाचल प्रदेश में यमुना नदी प्रश्न उत्तर :
प्रश्न : यमुना नदी का वैदिक नाम क्या है ?
उत्तर : यमुना नदी का वैदिक नाम कालिंदी है।
प्रश्न : यमुना नदी का उद्गम स्थान कौन सा है ?
उत्तर : यमुना नदी का उद्गम स्थान उत्तराखंड राज्य के गढ़वाल की पहाड़ियों के यमनोत्री नामक स्थानसे है।
प्रश्न : यमुना नदी की सहायक नदियां कौन कौन सी है ?
उत्तर : यमुना नदी की सहायक नदियां टीन्स ,बब्बर ,गिरी बात जलाल।
प्रश्न : यमुना नदी किस स्थान पर हिमाचल प्रदेश में प्रवेश करती है ?
उत्तर : ये नदी खदर भाजरी नामक स्थान (हिमाचल का जिला सिरमौर ) में प्रवेश करती है।
प्रश्न : हिमाचल प्रदेश की सबसे छोटी नदी कौन सी है ?
उत्तर : हिमाचल प्रदेश की सबसे छोटी नदी यमुना है ?
प्रश्न : यमुना नदी का जल ग्रहण क्षेत्रफल कितना है ?
उत्तर : यमुना नदी का जल ग्रहण क्षेत्रफल 2320 वर्ग किलोमीटर है।
प्रश्न : उत्तर भारत की कौन सी एकमात्र नदी है जो पूर्व की नदी मानी जाती है ?
उत्तर : यमुना नदी भारत की एकमात्र नदी है जो पूर्व की नदी मानी जाती है।
प्रश्न : यमुना नदी का संबंध पौराणिक विचारों के अनुसार किस हिन्दू देवता से माना जाता है ?
उत्तर : इस नदी का संबंध भगवान सूर्य से है।
प्रश्न : गंगा नदी की सबसे बड़ी उपनदी का नाम क्या है ?
उत्तर : सतलुज नदी ही गंगा नदी की सबसे बड़ी उपनदी है।
प्रश्न : ये नदी हिमाचल प्रदेश को किस स्थान पर छोड़ती है ?
उत्तर : ये नदी ताजेवाला नामक स्थान पर भारत को छोड़ कर हरियाणा राज्य में प्रवेश करती है।
प्रश्न : यमुना नदी हिमाचल प्रदेश के कौन कौन से शहर बसे हुए हैं ?
पौंटा साहिब।
4. हिमाचल प्रदेश में चिनाब नदी | Chenab River
चिनाब नदी एक प्रमुख नदी है जो भारत के हिमाचल प्रदेश में उदगमित होती है और फिर पाकिस्तान के राजस्थान राज्य में वापस जाकर शान्तित होती है। यह नदी कश्मीर घाटी में बांधरा जिले के पास चांडीगढ़ जिले के आस-पास बहती है और फिर पाकिस्तान के सिंध प्रांत में मिल जाती है।
चिनाब नदी की लंबाई करीब 960 किलोमीटर है, जिसमें से लगभग 300 किलोमीटर का रास्ता हिमाचल प्रदेश से होता है। इसका उद्गम स्थल कुल्लू जिले के नगर निगम द्वारा चांडीगढ़ के पास स्थित बर्जो भट्टी नामक जगह है। चिनाब नदी उत्तर-पश्चिमी दिशा में बहती है और अपने पूरे मार्ग में कई पर्यावरणीय और पर्यटन स्थलों से गुजरती है।
चिनाब नदी एक महत्वपूर्ण जलस्रोत है और हिमाचल प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण आपूर्ति स्रोत है। इसके किनारे कृषि, उद्योग और पर्यटन गतिविधियाँ होती हैं। इसके नाविक परमाणु अस्पताल जैसे कई प्रमुख शहरों का संचार भी करते हैं।
चिनाब नदी भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा परिसर में आयोजित एक संयुक्त परियोजना का हिस्सा है, जिसमें चिनाब नदी पर बांधों का निर्माण किया गया है। इन बांधों में से सबसे महत्वपूर्ण हैं देवभुमी द्वारा निर्मित भाखर बांध, जो हिमाचल प्रदेश के छालिसा गांव के पास स्थित है। यह बांध विदेशी पर्यटकों के बीच भी लोकप्रिय है, और वहाँ के प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने के लिए भी प्रसिद्ध है।
चिनाब नदी से जुड़े जरुरी प्रश्न उत्तर :
प्रश्न चिनाब नदी का वैदिक नाम क्या है ?
उत्तर : चिनाब नदी का वैदिक नाम अश्किनी है।
प्रश्न : चनाब चिनाब नदी का संस्कृत नाम क्या है ?
उत्तर :चिनाब नदी का संस्कृत नाम चंद्रभागा है।
प्रश्न : चिनाब नदी का उद्गम स्थान कौन सा है अर्थात कहां से निकलती है ?
उत्तर : चिनाब नदी का उद्गम (कहां से निकलती है ) स्थान बारालाचा दर्रे के विपरीत दिशा बहने वाली दो
नदियों चंद्र और भगा के लाहौल नामक स्थान पर मिलने से बनता है।
प्रश्न :चिनाब नदी की सहायक नदियां कौन कौन सी है ?
उत्तर : चिनाब नदी की सहायक नदियां मियार नाला सैचर नाला हैं।
प्रश्न : चिनाब नदी हिमाचल प्रदेश में कितना रास्ता तय करती है ?
उत्तर : ये नदी हिमाचल में 122 ,km का रास्ता तय करती है।
प्रश्न : चिनाब नदी का जल ग्रहण क्षेत्र कितना है ?
उत्तर : चिनाब नदी का जल ग्रहण क्षेत्र 7500 वर्ग km है।
प्रश्न : चिनाब नदी हिमाचल प्रदेश में किस स्थान पर प्रवेश करती है ?
उत्तर : चिनाब नदी पांगी घाटी (हिमाचल के चम्बा ज़िला) भुजिंद नामक स्थान पर प्रवेश करती है।
प्रश्न : ये नदी हिमाचल प्रदेश को किस स्थान पर छोड़ती है ?
उत्तर : ये नदी संसारी नाला में ये हिमाचल को छोड़ कर जम्मू -कश्मीर राज्य में प्रवेश करती है।
प्रश्न : हिमाचल प्रदेश की कौन सी नदी है जिसका जल घनत्व सबसे ज्यादा है ?
उत्तर :जल घनत्व (volume ऑफ़ water ) की दृस्टि से चनाब नदी हिमाचल प्रदेश की सबसे बड़ी नदी है।
5. हिमाचल प्रदेश में ब्यास नदी | Beas River
ब्यास नदी हिमाचल प्रदेश की प्रमुख नदियों में से एक है। यह नदी प्रदेश के उत्तरी हिस्से से बहकर दक्षिण की ओर जाती है और पश्चिमी हिमालय के पर्वत श्रृंगों से निकलती है। यह नदी तिब्बत सीमा के पास निकलती है और प्रदेश में चंबा, कांगड़ा, हमीरपुर और उन्ना जिलों से होकर गुजरती है। ब्यास नदी की महत्वपूर्ण नदियों में से एक है और यह नदी प्रदेश के कई नगरों को सिरे से बांधकर आती है, जिनमें मंडी, कुल्लू, बिलासपुर, हमीरपुर, भुंतर और कांगड़ा शामिल हैं।
ब्यास नदी का उपयोग जल संचयन, नाविकरण, औद्योगिक विकास और सिंचाई के लिए किया जाता है। यह नदी हिमाचल प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण संसाधन है और पानी की आपूर्ति, विद्युत उत्पादन और खेती में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके बांधों में नाना, पंडोह, खाड़ीयार, बागा, छम्बा, राजेंद्र, महाराजेन्द्र, नाकराड़ी और पोंडा शामिल हैं। ये बांध पानी को नियंत्रित करके जल संचयन करते हैं और विभिन्न उद्योगों और खेती को पानी प्रदान करने में मदद करते हैं।
ब्यास नदी पर्यटन के लिए भी महत्वपूर्ण है। इसके किनारे वाटर स्पोर्ट्स, चारास, मांस पक्षियों की अद्भुत विविधता, पर्वतीय दृश्य और तीर्थस्थलों की विविधता के आसपास बहुत सारे पर्यटन स्थल स्थित हैं। कांगड़ा जिले में पालमपुर, धरामशाला, बिर और मांगलाम स्थित हैं जो पर्यटकों के बीच खासी लोकप्रिय हैं।
हिमाचल प्रदेश में व्यास नदी एक महत्वपूर्ण नदी है। यह नदी भारतीय उपमहाद्वीप के पश्चिमी हिस्से में बहती है और अपना स्रोत तिब्बत की गढ़वाल रेंज के निकट व्यासकाशीमीरी ग्लेशियर में स्थित है। यह ग्लेशियर व्यास नदी को शुरू करता है और इसे प्रवाहित करता है।
व्यास नदी की प्रमुख शाखाएं बेस, चेनब, रावी, बियास और सुतलेज हैं। यह नदी प्रायः पश्चिमी दिशा में बहती है और हिमाचल प्रदेश में लगभग 1500 किलोमीटर यात्रा करती हुई, जहां से वह पंजाब राज्य में जाकर सिंधु नदी में मिल जाती है।
व्यास नदी का पानी हिमाचल प्रदेश में पेयजल की आपूर्ति, खेती, और औद्योगिक उपयोग के लिए महत्वपूर्ण है। इसके आसपास की भूमि कृषि और बागवानी के लिए उपयुक्त है और इसे पर्यटन स्थल के रूप में भी विकसित किया गया है। व्यास नदी के किनारे कई पर्यटन स्थल और आकर्षण स्थल स्थित हैं, जिनमें मंदिर, घाट, झीलें और नदी तट शामिल हैं।
इसके अलावा, व्यास नदी को धार्मिक महत्व भी है। हिन्दू पौराणिक कथाओं के अनुसार, वेदव्यास ऋषि ने वेदों की रचना इसी किनारे किए थे, जिसे इसके नाम पर व्यास नदी कहा जाता है। धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों के दौरान, व्यास नदी के किनारे स्थानीय लोग आराधना और पूजा करते हैं।
यहाँ पर्यटन करने वालों के लिए कई शौकीन्ह गतिविधियाँ हैं, जैसे राफ्टिंग, ट्रेकिंग, माउंटेन बाइकिंग, फिशिंग आदि। व्यास नदी की प्राकृतिक सुंदरता और आश्चर्यजनक परिदृश्य नदी के चारों ओर आवास करने वाले जीवों के लिए भी आकर्षक है।
इस प्रकार, हिमाचल प्रदेश में व्यास नदी प्राकृतिक संपदा, पानी की आपूर्ति, पर्यटन स्थल और धार्मिक महत्व के साथ एक महत्वपूर्ण नदी है।
हिमाचल प्रदेश में व्यास नदी से जुड़े कुछ जरुरी प्रश्न उत्तर :
प्रश्न : ब्यास नदी का वैदिक नाम क्या है ?
उत्तर : ब्यास नदी का वैदिक नाम अजिंक्या है।
प्रश्न : ब्यास नदी का संस्कृत नाम क्या है ?
उत्तर : ब्यास नदी का संस्कृत नाम विपाशा है।
प्रश्न : ब्यास नदी का उद्गम स्थान क्या है ?
उत्तर : ब्यास नदी का उद्गम (source ऑफ़ river ) पीर पंजाल श्रेणी के रोहतांग दर्रे के ब्यास कुंड से है।
प्रश्न : ब्यास नदी की सहायक नदियां कौन कौन सी हैं ?
उत्तर : ब्यास नदी की सहायक नदियां पार्वती ,उहल,हुरला ,सुकेती ,सैज ,बाणगंगा ,लूणी हैं।
प्रश्न : ब्यास नदी का जल ग्रहण क्षेत्र कितना है ?
उत्तर : ब्यास नदी का जल ग्रहण क्षेत्र 1200 वर्ग km है।
प्रश्न : ब्यास नदी हिमाचल प्रदेश में कितना रास्ता तय करती ?
उत्तर :ये नदी हिमाचल प्रदेश में 256 km का रास्ता तय करती है।
प्रश्न : ब्यास नदी हिमाचल प्रदेश के किस जगह पर प्रवेश करती है ?
उत्तर : ये नदी ज़िला मंडी के बजौरा नामक स्थान पर प्रवेश करती है।
प्रश्न : मंडी किले के बाद ये नदी हिमाचल प्रदेश के किस जिले में प्रवेश करती है ?
उत्तर :मंडी ज़िला के बाद ये नदी कांगड़ा ज़िले में प्रवेश करती है।
प्रश्न : ब्यास नदी हिमाचल प्रदेश को छोड़कर किस जगह पर पंजाब में प्रवेश करती है ?
उत्तर : कांगड़ा ज़िला के बाद ये नदी मीरथल जगह में पंजाब में प्रवेश करती है।
प्रश्न : पंजाब के किस जगह पर ये नदी सतलुज में विलीन हो जाती है ?
उत्तर : पंजाब के फिरोजपुर नामक जिले मैं हरि के पतन जगह पर ये सतलुज मैं विलीन ह जाती है।
प्रश्न : व्यास के किनारे हिमाचल प्रदेश के कौन - कौन से शहर बसे हुए हैं ?
उत्तर : कुल्लू, मनाली, मंडी, पंडोह, सुजानपुर, नादौन, देहरा-गोपीपुर।