हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के रोहड़ू नामक स्थान में होने वाला मेला आज हिमाचल प्रदेश प्रदेश में अपनी अलग पहचान बना चूका है। आइये जानते हैं GK Pustak के माध्यम से क्या हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में होने वाला रोहड़ू मेला और कब मनाया जाता है यह मेला और क्या हैं इस मेले की विशेषतायें।
शिमला के रोहड़ू मेले के बारे में जानकारी | Information about Shimla's Rohru fair in Hindi
रोहरु मेला कब और कहां लगता है ?
यह मेला हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला से लगभग 100 किमी दूर एक शहर रोहड़ू में में लगता है यह मेला हर साल 9 और 10 तारीख को बैसाख (अप्रैल) महीने को पब्बर नदी के पास लगता है। ऐसा माना जाता है कि यह मेला देवता शिकरू के सम्मान में लगाया जाता है और यह मेला आस-पास के गांवों के लोगों द्वारा बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है।
मेले की शुरुआत पास के शहर गंगटोली से देवता मंदिर तक शिकरू देवता शोभा यात्रा से होती है। जुलूस में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं। साथ ही रामलीला मैदान पर दिन-रात सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
दिन में अलग-अलग स्कूलों के छात्र-छात्राएं अपना हुनर दिखाते हैं, वहीं रात में अलग-अलग राज्यों के कलाकार दर्शकों का मनोरंजन करते हैं। इस मेले में सांस्कृतिक संध्या के प्रोग्राम के इलावा खेल प्रतियोगितायें जैसे वॉलीबॉल, टेबल टेनिस, बॉक्सिंग और बैडमिंटन आदि आकर्षण का केंद्र बनती हैं। यह एक असाधारण रूप से पुराना मेला है और देवत्व की अतुलनीयता का सम्मान करने के लिए आयोजित किया जाता है। "नाटी" नृत्य के अलावा, ऊर्जावान आदान-प्रदान भी होते हैं। लोग अपने सबसे अच्छे कपड़े पहने हुए हैं और मेले का आनंद लेते हुए देखे जा सकते हैं।